Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Tamil Nadu: विजिलेंस विभाग ने AIADMK विधायक अम्मान अर्जुनन के घर और कार्यालय पर की छापेमारी, आय से अधिक संपत्ति का है मामला

    Updated: Tue, 25 Feb 2025 12:33 PM (IST)

    सुबह शुरू हुई छापेमारी विधायक अम्मान के. अर्जुनन के पिछले कार्यकाल के दौरान आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में उनके खिलाफ दर्ज मामले पर आधारित है। सशस्त्र पुलिस कर्मियों के साथ आठ डीवीएसी अधिकारियों की टीम उनके घर और कार्यालय का निरीक्षण करने पहुंची थी। 2021 में डीएमके के सत्ता संभालने के बाद पहली बार डीवीएसी ने एआईएडीएमके नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की है।

    Hero Image
    एआईएडीएमके विधायक के घर और कार्यालय पर विजिलेंस का छापा (फाइल फोटो)

    आईएएनएस, तमिलनाडु। सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय (डीवीएसी) ने मंगलवार को विपक्षी अन्नाद्रमुक के कोयंबटूर उत्तर विधायक अम्मान के. अर्जुनन के आवास और कार्यालय पर छापा मारा।

    सुबह शुरू हुई छापेमारी उनके पिछले कार्यकाल के दौरान आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में उनके खिलाफ दर्ज मामले पर आधारित है। सुरक्षा के लिए सशस्त्र पुलिस कर्मियों के साथ आठ डीवीएसी अधिकारियों की एक टीम उनके घर और कार्यालय का निरीक्षण करने पहुंची थी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    2021 में डीएमके के सत्ता संभालने के बाद पहली बार डीवीएसी ने एआईएडीएमके नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की है। इससे पहले, भ्रष्टाचार के अलग-अलग मामलों में राज्य के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सी. विजयभास्कर और पूर्व स्थानीय प्रशासन मंत्री एसपी वेलुमणि के आवास पर छापेमारी की गई थी।

    भ्रष्टाचार का है मामला

    भ्रष्टाचार से संबंधित एक शिकायत के बाद जांचकर्ताओं ने विजयभास्कर से जुड़े 13 स्थानों पर छापेमारी की। डीवीएसी ने 2018 में ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन (जीसीसी) द्वारा स्टॉर्मवॉटर ड्रेन (एसडब्ल्यूडी) और सड़क निर्माण निविदाएं देने में कथित भ्रष्टाचार के लिए पूर्व मंत्री और एआईएडीएमके विधायक एसपी वेलुमणि के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

    2021 में द्रमुक सरकार के सत्ता में आने के बाद से राज्य की भ्रष्टाचार विरोधी एजेंसी द्वारा वेलुमणि के खिलाफ यह चौथी एफआईआर दर्ज की गई है। वेलुमणि, वर्तमान में अन्नाद्रमुक के संगठन सचिव हैं, उन्होंने 2014 से 2021 तक स्थानीय प्रशासन मंत्री के रूप में कार्य किया है।

    एफआईआर एनजीओ अरप्पोर इयक्कम के संयोजक जयराम वेंकटेशन द्वारा दायर शिकायतों पर आधारित है। डीवीएसी ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में भी आरोप पत्र दायर किया है।

    पूर्व मंत्री और उनकी पत्नी पर आरोप

    आरोप के अनुसार, विजयभास्कर और उनकी पत्नी ने अपने और अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर चल और अचल संपत्तियों के रूप में 35.79 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की, जो उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक पाई गई।

    डीवीएसी ने पहले भी छापेमारी की थी और इस संबंध में अन्नाद्रमुक नेता और पूर्व टी. नगर विधायक बी. सत्यनारायणन के खिलाफ मामला दर्ज किया था। आय से अधिक संपत्ति के मामले में जांच एजेंसी ने आरोप लगाया है कि सत्यनारायणन ने 2.64 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की, जो उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक पाई गई है।

    'तो घट जाएंगी लोकसभा सीटें', फैमली प्लानिंग पर क्यों भड़के सीएम स्टालिन? खुद वजह भी बताई