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    तमिलनाडु सरकार का दावा- 15 हजार करोड़ का निवेश करेगी फॉक्सकॉन; कंपनी ने किया इनकार

    Updated: Wed, 15 Oct 2025 08:09 AM (IST)

    तमिलनाडु सरकार ने दावा किया था कि फॉक्सकॉन राज्य में 15,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, जिससे 14,000 नौकरियां पैदा होंगी। मुख्यमंत्री स्टालिन और उद्योग मंत्री राजा ने इसे मील का पत्थर बताया था। हालांकि, फॉक्सकॉन ने इस दावे का खंडन किया, जिसके बाद विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधा। मंत्री राजा ने विपक्ष के आरोपों का जवाब दिया और निवेश आकर्षित करने की चुनौतियों का उल्लेख किया।

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    तमिलनाडु के उद्योग मंत्री टीआरबी राजा ने दावा किया कि इस निवेश से 14,000 हाई वैल्यू नौकरियां सृजित होंगी।

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दुनिया की सबसे बड़ी कॉन्ट्रैक्ट मोबाइल निर्माता कंपनी फॉक्सकॉन के तमिलनाडु में 15,000 करोड़ रुपये के नए निवेश की खबरों पर कंपनी के इनकार के बाद यह मामला चर्चा का विषय बन गया है।

    तमिलनाडु के उद्योग मंत्री टीआरबी राजा ने दावा किया कि इस निवेश से 14,000 हाई वैल्यू नौकरियां सृजित होंगी, जबकि फॉक्सकॉन ने इसे नया निवेश मानने से इनकार कर दिया।

    मंत्री राजा ने सोमवार को साफ किया कि फॉक्सकॉन के साथ एक साल से अधिक समय से चल रही बातचीत के बाद यह निवेश तय हुआ है। उन्होंने कहा कि यह परियोजना मूल्य-वर्धित विनिर्माण, अनुसंधान और विकास (R&D) और AI-आधारित उन्नत तकनीकी संचालन को तमिलनाडु में लाएगी। हालांकि, फॉक्सकॉन ने बयान दिया कि वह इसे नया निवेश नहीं मानती, क्योंकि चर्चा लंबे समय से चल रही थी।

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    'ये निवेश मील का पत्थर'

    मुख्यमंत्री स्टालिन और उद्योग मंत्री राजा ने सोशल मीडिया पर इस कथित निवेश को तमिलनाडु के लिए मील का पत्थर बताया। राजा ने X पर पोस्ट किया, "फॉक्सकॉन तमिलनाडु में अपनी अगली पीढ़ी की विनिर्माण, R&D, और AI तकनीक लाएगी। यह 15,000 करोड़ का निवेश और 14,000 नौकरियां लाएगा। इंजीनियर्स, तैयार हो जाइए!"

    स्टालिन ने इसे 'द्रविड़ मॉडल' का हिस्सा बताते हुए कहा कि यह तमिलनाडु को दक्षिण एशिया का विनिर्माण और नवाचार केंद्र बनाएगा।

    फॉक्सकॉन के इनकार के बाद राजनीतिक घमासान

    विपक्षी दलों ने फॉक्सकॉन के इनकार को भुनाने में देर नहीं की। पीएमके नेता डॉ. अंबुमणि रामदास ने इसे 'आधे दिन में बेनकाब हुआ झूठ का पिटारा' बताया और राज्य सरकार से निवेशों पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की।

    बीजेपी प्रवक्ता नारायणन तिरुपति ने इसे 'द्रविड़ झूठ और तमिलनाडु के लिए शर्मिंदगी' बताया। जवाब में, राजा ने विपक्ष पर भूराजनीतिक मुद्दों को समझे बिना बचकाने बयान देने का आरोप लगाया और निवेश आकर्षित करने की चुनौतियों पर जोर दिया।

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