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    जानिए कैसे होने वाली थी 10 लाख रुपयों की बारिश

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    Updated: Tue, 05 Aug 2014 09:12 PM (IST)

    सोचिए पैसों की बारिश हो और रकम भी ऐसी-वैसी नहीं बल्कि 10 लाख हो तो आप क्या करेंगे ? न कोई छाता लेगा न ही कोई रेनकोट, सभी झोले लेकर बारिश को लूटने पहुंच जाएंगे। सोमवार की रात ऐसा ही नजारा था धार गांव में जहां 10 लाख रुपयों की बारिश के इंतजार में लोग जुटे थे। जी हां, और इसके लिए उन्होंने बकायदे 51 हजार की रकम भी चुकाई थी। आपका अंदाजा बिल्कुल सही है, यह सपना जैसा ही है। और एक ठग तांत्रिक ने यह सपना ग्रामीणों को दिखाया था।

    धार। सोचिए पैसों की बारिश हो और रकम भी ऐसी-वैसी नहीं बल्कि 10 लाख हो तो आप क्या करेंगे? न कोई छाता लेगा न ही कोई रेनकोट, सभी झोले लेकर बारिश को लूटने पहुंच जाएंगे। सोमवार की रात ऐसा ही नजारा था धार गांव में जहां 10 लाख रुपयों की बारिश के इंतजार में लोग जुटे थे। जी हां, और इसके लिए उन्होंने बकायदे 51 हजार की रकम भी चुकाई थी। आपका अंदाजा बिल्कुल सही है, यह सपना जैसा ही है। और एक ठग तांत्रिक ने यह सपना ग्रामीणों को दिखाया था। कथित तांत्रिक सहित कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

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    पैसों की बारिश कराने का झांसा देकर एक तांत्रिक द्वारा लोगों को ठगने का मामला सामने आया है। तांत्रिक ने महाराष्ट्र के लोगों से 51 हजार रुपए लेकर बदले में 10 लाख रुपए के नोटों की वर्षा करवाने का वादा किया था। सोमवार रात जब तांत्रिक क्रिया शुरू ही होने वाली थी कि एक ग्रामीण तांत्रिक क्रिया स्थल से भगाने लगा। पैसे के लालच में बिना फीस दिए आए पीड़ित की ग्रामीणों ने चोर समझकर पिटाई कर दी। इस सबके बीच तांत्रिक और उसका चेला फरार हो गए। पुलिस ने मुख्तयार शेख निवासी ताराबाद ([महाराष्ट्र)] की शिकायत पर तांत्रिक व चेले के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है।

    तांत्रिक का नाम गुजी है। उसने और उसके चेले ने मिलकर महाराष्ट्र के अलग-अलग क्षेत्रों में रहने वाले कई लोगों से ठगी करने की सूचना पुलिस को मिल रही है। सभी मामलों का सत्यापन किया जा रहा है। तांत्रिक ने गांव के पास स्थित बायपास रोड पर तंत्र-मंत्र के लिए फूल से लेकर उड़द की दाल सहित सारी सामग्री एकत्रित कर ली थी और 10 लाख के नोट की बारिश करने के लिए झाड़-फूंक शुरू कर दी थी। इस तरह की फर्जी गतिविधि का खुलासा कभी नहीं हो पाता, किंतु लालच में आए ग्रामीण की लोगों ने पिटाई कर दी और उन्हें पुलिस के सुपुर्द कर दिया। इसके बाद पूरा मामला पुलिस के संज्ञान में आया। जानवर की बलि की भी अपुष्ट सूचना है।

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