कांग्रेसी शोले के फरार गब्बर सिंह की तलाश में सूरत की पुलिस
गुजरात में फिल्मी कलाकार अपनी-अपनी पसंद के राजनीतिक दलों का प्रचार कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस फिल्म शोले का सहारा भी ले रही है।
जागरण संवाददाता, अहमदाबाद। चुनाव प्रचार के दौरान फिल्मी सितारों का इस्तेमाल नया नहीं है। अन्य राज्यों की तरह गुजरात में भी इन दिनों फिल्मी कलाकार अपनी-अपनी पसंद के राजनीतिक दलों का प्रचार कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस फिल्म शोले का सहारा भी ले रही है। राहुल गांधी ने जबसे जीएसटी को गब्बर सिंह टैक्स कहा है, कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता अपनी-अपनी तरह से फिल्म शोले का इस्तेमाल कर रहे हैं। कांग्रेसी नेता गुजरात में जीएसटी को चुनावी मसला बनाने की कोशिश में इस टैक्स को केवल गब्बर सिंह टैक्स बताने तक ही सीमित नहीं है। वह जीएसटी को एक हौवा बताने के लिए “गब्बर सिंह” और उसके साथियों को सड़कों पर भी उतार रही है। इसी के तहत बीते दिनों सूरत में टेक्सटाइल बाजार की सड़कों पर कांग्रेस ने एक जुलूस निकाला था, जिसमें गब्बर सिंह के वेश में भी एक शख्स था और सांभा, कालिया बने उसके साथी डाकू भी। जुलूस पूरा होने के पहले ही पुलिस ने इन कथित डाकुओं को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन गब्बर सिंह बना कार्यकर्ता उसके चंगुल से बच निकला। सूरत पुलिस को अभी भी उसकी तलाश है।
-जीएसटी के विरोध में कांग्रेस ने बिना अनुमति निकाला था जुलूस
-“सांभा”, “कालिया” और “ठाकुर” को मिली जमानत
बीते सप्ताह सूरत में निकाले गए जुलूस में लोगों को आकर्षित करने के लिए “कटे हाथ” वाले ठाकुर बलदेव सिंह भी थे। एक खुली जीप में सवार ठाकुर की ओर से माइक पर यह एलान भी किया जा रहा था, “सूरत के कपड़ा व्यापारियों, मैं आपकी कमर तोडऩे वाले खूंखार डाकू जीएसटी यानी गब्बर सिंह टैक्स को पकड़कर ले जा रहा हूं।“ सूरत में जीएसटी के विरोध में निकले इस अनोखे जुलूस में बाजे-गाजे के संग कई हंसते-मुस्कराते डाकू भी चल रहे थे। कुछ पैदल तो कुछ घोड़े पर सवार होकर। डाकू हथकडिय़ों और बेडिय़ों से जकड़े थे। जैसे ये डाकू और उनकी हथकडिय़ां-बेडिय़ां नकली थीं वैसे ही उनकी बंदूकें और कारतूस भी। वे बीच-बीच में यह भी नारा लगाते थे, पूरा टैक्स वसूल के रहेंगे।
सब कुछ ठीक चल रहा था कि पुलिस ने खलल डाल दिया। पुलिस के तेवर देखकर गब्बर सिंह बना शख्स तो भाग निकला, लेकिन सांभा, कालिया और अन्य अनेक नकली डाकुओं संग ठाकुर गिरफ्तार कर लिए गए। इन सबको जमानत मिल चुकी है, लेकिन गब्बर सिंह अभी भी फरार चल रहा है। सूरत पुलिस के अनुसार इस जुलूस की इजाजत नहीं ली गई थी और उसमें एयरगन का भी इस्तेमाल किया जा रहा था। इस कारण भय का माहौल बन रहा था।
कांग्रेस ने जीएसटी के विरोध में सूरत में शोले के पात्रों की शक्ल वाले लोगों का जुलूस निकालने के पहले अहमदाबाद और कुछ अन्य शहरों में ऐसे पोस्टर भी लगवाए थे जिनमें लिखा था- गब्बर-जीएसटी, मैं आ रहा हूं। इन पोस्टरों में फिल्म शोले में ठाकुर बलदेव सिंह की भूमिका निभाने वाले संजीव कुमार की ही शोले फिल्म वाली फोटो इस्तेमाल की गई थी। ये पोस्टर संजीव कुमार की स्मृति में बने एक सभागार में भी चस्पा किए गए थे, जिसका कुछ लोगों ने यह कहकर विरोध भी किया कि यह गुजरात के बेटे संजीव कुमार का अपमान है। जीएसटी के विरोध में कांग्रेसी नेताओं की ओर से “गब्बर के गोले” नाम से एक वीडियो भी तैयार किया गया है जिसमें नोटबंदी और जीएसटी रूपी हाथ काटते हुए दिखाए जाते हैं।