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    सांस लेने की जद्दोजहद, प्रदूषण की चपेट में आया मुंबई का पॉश इलाका; PM को लिखा पत्र

    Updated: Fri, 19 Dec 2025 11:48 PM (IST)

    मुंबई के पॉश इलाके भक्ति पार्क में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे निवासियों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 30 ...और पढ़ें

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    सांस लेने की जद्दोजहद, प्रदूषण की चपेट में आया मुंबई का पॉश इलाका (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मुंबई के पूर्वी हिस्से में बसा भक्ति पार्क शहर की सबसे पॉश रिहायशी कॉलोनियों में गिना जाता है। हरियाली, समुद्र का नज़ारा और बेहतरीन कनेक्टिविटीसब कुछ है। लेकिन इस चमक के पीछे एक कड़वी सच्चाई छिपी है यहां के लोग साफ हवा के लिए जूझ रहे हैं।

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    भक्ति पार्क करीब 20 एकड़ में फैला है। यहां गार्डन, मल्टीप्लेक्स, मैंग्रोव्स और मोनोरेल, ईस्टर्न फ्रीवे व अटल सेतु जैसी सुविधाओं की आसान पहुंच है। कॉलोनी में पूर्व जज, नौकरशाह, आईपीएस अफसर, बड़े बैंकर, वरिष्ठ पत्रकार और कुछ नेता भी रहते हैं, इसी वजह से यह मुंबई के सबसे पसंदीदा पतों में है।

    लेकिन हाल के हफ्तों में भक्ति पार्क और वडाला ट्रक टर्मिनल (TT) के आसपास हवा बेहद जहरीली हो गई है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 300 के पार पहुंच गया है, जो सीवियर श्रेणी में आता है। महीनों से यह इलाका मुंबई के सबसे प्रदूषित इलाकों में शामिल है और कई निवासी सांस से जुड़ी बीमारियों की शिकायत कर रहे हैं।

    सीमेंट प्लांट और बढ़ता प्रदूषण

    स्थानीय लोगों का कहना है कि हर सर्दी में स्मॉग बढ़ता है, लेकिन दो साल पहले लगे एक सीमेंट मिक्सिंग प्लांट ने हालात और बिगाड़ दिए हैं। यह प्लांट कॉलोनी के गेट पर, ईस्टर्न फ्रीवे के पास करीब 230 वर्ग मीटर में फैला है और सरकारी परियोजनाओं व बीडीडी चॉल पुनर्विकास के लिए कंक्रीट सप्लाई करता है।

    मई 2024 में महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (MPCB) ने नियमों के उल्लंघन पर प्लांट को बंद करने का नोटिस दिया था। कंपनी ने नियमों के पालन का दावा किया, जिसके बाद काम फिर शुरू हो गया। फ्रीवे पर भारी वाहनों की पाबंदी के बावजूद सीमेंट से भरे ट्रक दिन-रात आवाजाही कर रहे हैं, जिससे सुरक्षा का खतरा भी बना है।

    शिकायतों के बाद ट्रैफिक पुलिस ने कुछ चालान काटे, लेकिन ट्रकों की आवाजाही नहीं थमी। निवासियों का आरोप है कि बीपीटी रोड की ओर MHADA इमारतों के पास एक और प्लांट आने की तैयारी है, जबकि वडाला TT में पहले से दो प्लांट चल रहे हैं। मेट्रो लाइन-4 और कस्टम्स ऑफिसर्स कॉलोनी जैसे बड़े निर्माण कार्यों ने धूल की समस्या और बढ़ा दी है।

    शिकायतें, बीमारियां और आखिरी कोशिश

    इलाके में अवैध गतिविधियां भी प्रदूषण बढ़ा रही हैंकचरा जलाना, स्क्रैप में आग और धातु गलाने का काम आम है। वडाला TT से निकलने वाला वाहन धुआं हालात को और खराब करता है। बीते एक साल में भक्ति पार्क में एक भी दिन ऐसा नहीं रहा जब AQI सुरक्षित स्तर पर हो।

    इस महीने AQI करीब 300 के आसपास रहा, जिसे रोजाना छह से आठ सिगरेट पीने जितना नुकसानदेह बताया जा रहा है। कई लोगों को लगातार सांस की दिक्कतें हो रही हैं। प्रभावित लोगों में एक पूर्व MMRDA प्रमुख, पूर्व लोकायुक्त, पूर्व पुलिस आयुक्त और CBI, ED व आयकर विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं।

    निवासियों ने BMC, MPCB और पुलिस से कई बार शिकायत की लेकिन ठोस कार्रवाई नहीं हुई। अब आखिरी कोशिश के तौर पर उन्होंने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने का अभियान शुरू किया है, ताकि इस पॉश कॉलोनी के प्रदूषण संकट पर ध्यान दिया जा सके।

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