'मुझे तो मीडिया से पता चला', गैंगरेप की घटना पर बोलीं साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल
पीड़िता ने पुलिस में दर्ज अपनी शिकायत में कहा है कि 25 जून 2025 की रात को साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज के गार्डरूम में दो लोगों ने देखा कि एक तीसरे व्यक्ति ने उसके साथ बलात्कार किया. इन्हीं लोगों ने गार्ड को वहां से चले जाने के लिए धमकाया था।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोलकाता के दक्षिण कलकत्ता लॉ कॉलेज में 25 जून, 2025 को हुई गैंगरेप की घटना पर कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल का बयान सामने आया है। उनका कहना है कि उन्हें इस घटना के बारे में मीडिया के माध्यम से पता चला।
एनडीटीवी से बातचीत में नयना चटर्जी ने कहा कि शुरुआत में पुलिस ने न तो उनके सामने और न उनके स्टाफ के सामने घटना का खुलासा किया। पुलिस ने सिर्फ इतना कहा कि वो अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। वाइस प्रिंसिपल ने आगे कहा कि 24 साल की स्टूडेंट से गैंगरेप होने की घटना के एक दिन बाद पुलिस ने उनसे परिसर में घुसने की इजाजत मांगी थी।
पुलिस ने दौरे को रखा था गोपनीय
नयना चटर्जी ने कहा कि जब पुलिस परिसर में आई तो उसने बताया कि ये दौरा बेहद गोपनीय है और सिक्योरिटी गार्ड को न बताने के लिए कहा। इसके बाद पुलिस ने ग्राउंड फ्लोर पर दो कमरों को भी सील कर दिया था।
घटना के बाद आरोपियों ने नहीं किया कॉलेज प्रशासन से संपर्क
वाइस प्रिंसिपल ने कहा कि घटना के बाद से पीड़िता या किसी अन्य छात्र ने कॉलेज प्रशासन से संपर्क नहीं किया। उन्होंने कहा, "न किसी गार्ड, न किसी स्टाफ या किसी छात्र ने मुझे न तो कोई फोन किया और न ही मेल।" उन्होंने बताया कि घटना के बारे में भी उन्हें मीडिया के माध्यम से पता चला था।
नयना चटर्जी ने कहा कि इस मामले में मुख्य आरोप मोनोजीत मिश्रा कॉलेज का पुराना छात्र था और कुछ महीने पहले ही उसे कॉलेज फैकल्टी के लिए अस्थाई तौर पर हायर किया गया था। उसे इसलिए हायर किया गया था क्योंकि उनके पास स्थाई स्टाफ की कमी थी और उसे 500 रुपये प्रति दिन के हिसाब से भुगतान किया जाता था।
सिक्योरिटी गार्ड नहीं कर रहा था ड्यूटी
उन्होंने ये भी बताया कि सिक्योरिटी गार्ड अपनी ड्यूटी सही तरह से नहीं कर रहा था। उन्होंने कहा, "वो हर रोज डेढ़ बजे चला जाता था क्योंकि उसे हाई ब्लड शुगर था।"
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।