Jagran.com में खबर प्रकाशित होने के सात साल बाद 5 फरवरी 2019 को जब इस खबर में हुई चूक की ओर हमारा ध्यान आकर्षित कराया गया तो हमने इसके तथ्यों को गहराई से जांचा। इसमें पता चला कि यह खबर गलत है। वर्ष 2012 में प्रकाशित इस खबर के लिए हम अपने पाठकों और खबर से जुड़े संबंधित सभी लोगों से बिना शर्त खेद प्रकट करते हैं। भविष्य में ऐसी चूक नहीं होगी, इसका हम विश्वास दिलाते हैं।
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Fact Check: सोनिया गांधी को दुनिया की चौथी सबसे अमीर राजनेता बताने वाली खबर गलत है