सोनम वांगचुक को जोधपुर जेल में किया बंद तो बाहर समर्थक का हंगामा, भूख हड़ताल की दी धमकी
लद्दाख के सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक जिन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत गिरफ्तार किया गया है को जोधपुर जेल में स्थानांतरित कर दिया गया है। थ्री-लेयर सुरक्षा वाली इस जेल में उन्हें अलग बैरक में सीसीटीवी निगरानी में रखा गया है। ब्रिटिश काल की इस जेल में पहले सलमान खान और आसाराम बापू जैसे हाई-प्रोफाइल कैदी भी बंद थे।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत गिरफ्तार किए गए लद्दाख के सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को राजस्थान की जोधपुर जेल में शिफ्ट किया गया है। यह जेल अपनी थ्री-लेयर सिक्योरिटी के लिए जानी जाती है। अधिकारियों ने बताया कि वांगचुक को अलग बैरक में रखा गया है, जहां लगातार सीसीटीवी कैमरों से निगरानी कि जाएगी।
ब्रिटिश काल में बनी जोधपुर जेल में अब तक कई हाई-प्रोफाइल कैदी बंद रहे हैं। 1998 काला हिरण शिकार मामले में दोषी ठहराए गए बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान, दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद आसाराम बापू, इंडियन मुजाहिद्दीन से जुड़े कई आतंकवादी और जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेता अब्दुल गनी लोन भी इस जेल में बंद थे। फिलहाल इस जेल में करीब 1400 कैदी बंद हैं।
सोनम वांगचुक जोधपुर जेल में शिफ्ट
सोनम वांगचुक को कड़ी सुरक्षा के बीच जोधपुर सेंट्रल जेल लाया गया, इस दौरान भारी पुलिस बल की तैनाती की गई और साथ में जोधपुर पुलिस कमिश्नर भी मौजूद थे।
जोधपुर जेल के बाहर हंगामा
कड़ी सुरक्षा के बीच सोनम वांगचुक को जब जोधपुर जेल में शिफ्ट किया गया तो उनका एक समर्खक उनकी गिरफ्तारी के विरोध में जेल के बाहर हंगामा करने लगा और भूख हड़ताल की धमकी देने लगा। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि विजयपाल सिंह सुबह करीब 10:20 बजे 'भारत माता की जय' के नारे लगाते हुए जेल पर गेट कर पहुंच गए।
वांगचुक समर्थन ने दी भूख हड़ताल की धमकी
जब पुलिस ने उन्हें वहां से हटाने की कोशिश की तो उन्होंने धमकी दी कि अगर उन्हें जबरन हटाया गया तो वे जेल के बाहर भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे। हालांकि, पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया और पूछताछ के लिए उसे रतनदा पुलिस थाने ले गई।
वांगचुक पर विदेशी चंदा लेने का आरोप
लद्दाख में हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार सोनम वांगचुक पर नियमों का उल्लंघन कर विदेश से चंदा प्राप्त करने का भी आरोप है। इन्ही आरोपों के आधार पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गुरुवार को उनकी संस्था स्टूडेंट्स एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख (एसईसीएमओएल) का विदेशी फंडिंग (एफसीआरए) का लाइसेंस रद कर दिया था।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।