वादा तोड़ने वालों से नाता तोड़ो: शिवराज सिंह
गोरखपुर। चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने शनिवार को कहा कि यकीन करने की भी एक हद होती है। समय आ गया है, जिन लोग ...और पढ़ें

गोरखपुर। चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने शनिवार को कहा कि यकीन करने की भी एक हद होती है। समय आ गया है, जिन लोगों ने आपसे किया वादा तोड़ा है, उनसे नाता तोड़ लो। वादा किसने तोड़ा? गरीबी हटाओ, सौ दिन में महंगाई घटाने का नारा किसने दिया? कांग्रेस ने। आपकी मुजरिम सिर्फ कांग्रेस नहीं। केंद्र में कांग्रेस की मददगार सपा और बसपा भी हैं। इन दलों ने आपको इंसान नहीं सिर्फ वोट बैंक समझा। अपने हित में आपको जाति-पाति में बांटकर खुद को मजबूत किया और आपको कमजोर। जाति-पाति पूछे नहीं कोई, हरि को भजे सो हरि को होई। इसका अर्थ बेहतर तरीके से इनको आप ही समझा भी सकते हैं। इनके पास जाति, मजहब और तुष्टीकरण को छोड़ कोई मुद्दा नहीं। सबका मुद्दा एक है-मोदी रोको। क्यों रोकना चाहते। क्योंकि वे सुशासन व समृद्धि की बात करते हैं।
कहा-गुरु गोरक्षनाथ, कबीर, भगवान बुद्ध, महाबीर जैन और बिस्मिल की धरती पर आकर मैं खुद को धन्य मानता हूं। किसी भी बदलाव में देश को यहां के लोगों से अधिक उम्मीदें हैं। मैं पांच बार सांसद रहा हूं।
इसके पूर्व सभा को संबोधित करते हुए गोरक्षपीठ के उत्तराधिकारी योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सुशासन किसे कहते हैं। जनता के प्रति शासक का क्या फर्ज है, शिवराज सिंह उसकी नजीर हैं। विपरीत हालातों में उन्होंने मध्यप्रदेश की तरक्की के जरिए खुद को साबित किया है।

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