'कभी नहीं सोचा, लेकिन...', क्या BJP अध्यक्ष पद की दौड़ में हैं शिवराज सिंह चौहान? खुद बताई सच्चाई
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि केंद्र सरकार हर राज्य का कृषि रोडमैप तैयार कर रही है। इसके तहत राज्यवार फसलों जलवायु भूमि और जल की उपलब्धता का विश्लेषण किया जाएगा जिससे पैदावार में आने वाली चुनौतियों का समाधान किया जा सके। राज्यों में पैदावार बढ़ाने के लिए शोध कार्य कराए जाएंगे।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने की बात से इनकार करते हुए कहा कि उनका पूरा ध्यान कृषि उत्पादन बढ़ाने और किसानों की आय बढ़ाने पर है। शिवराज ने मंगलवार को ग्वालियर के राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित अखिल भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान गोष्ठी के बाद पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी दी।
'कृषि उत्पादन' कैसे बढ़ाया जाए?
मीडियाकर्मियों ने 25 अगस्त की शाम को नई दिल्ली में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के साथ केंद्रीय मंत्री की कथित मुलाकात के बारे में उनकी प्रतिक्रिया जानना जानना चाही तो उन्होंने कहा कि मेरा एक ही लक्ष्य है 'कृषि उत्पादन' कैसे बढ़ाया जाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्रालयों की जिम्मेदारी सौंपी है। इस समय कृषि मेरे रोम-रोम में है और किसान मेरी सांसों में हैं।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'मेरा एक ही लक्ष्य है कि कृषि उत्पादन कैसे बढ़ाया जाए, किसानों की आय कैसे बढ़ाई जाए, ग्रामीण क्षेत्रों का विकास कैसे किया जाए, और अधिक लखपति दीदी कैसे बनाई जाएं?'
लोगों की सेवा करना मेरे लिए ईश्वर की पूजा है
भाजपा अध्यक्ष के मुद्दे पर इसी तरह के एक सवाल का फिर से जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैं फिर से कहूंगा कि न तो मैंने कभी इसके बारे में सोचा है, न ही किसी ने मुझे बताया है। मैं इसके बारे में सोच भी नहीं सकता। इस बार उन्होंने अपने पहले के बयान को दोहराया और कहा कि लोगों की सेवा करना मेरे लिए ईश्वर की पूजा है और मैं अपनी अंतिम सांस तक यही पूजा करता रहना चाहता हूं।
चार बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे
बता दें कि विदिशा निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सांसद चुने जाने से पहले, 66 वर्षीय केंद्रीय मंत्री चौहान, जो एक प्रमुख ओबीसी नेता हैं, रिकॉर्ड चार बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और उन्हें ज़मीनी स्तर से जुड़े राजनेता के रूप में देखा जाता है।
2024 का लोकसभा चुनाव लड़ा और जीता
मध्य प्रदेश में नवंबर 2023 के विधानसभा चुनावों में भाजपा को शानदार जीत दिलाने के बाद, उन्होंने मुख्यमंत्री पद छोड़ दिया और विदिशा सीट से 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ा और जीता भी।
कार्यकाल बढ़ा दिया गया
बाद में, पिछले साल नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के तीसरे कार्यकाल में वे कैबिनेट मंत्री बने। गौरतलब है कि वर्तमान भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा का तीन साल का कार्यकाल लगभग दो साल पहले समाप्त हो गया था और उसके बाद उनका कार्यकाल बढ़ा दिया गया था।
हमारे संवाददाता एवम् एजेंसी की रिपोर्ट के आधार पर
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