'बाढ़ पीड़ितों की बेटियों के विवाह की जिम्मेदारी उठाएगी शिवसेना', शिंदे बोले- किसानों को पूरी मदद पहुंचाएंगे
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घोषणा की है कि महाराष्ट्र में भारी वर्षा से तबाह हो गए किसानों की बेटियों के विवाह की जिम्मेदारी उनका संगठन उठाएगा। उन्होंने अपने शिवसैनिकों को इस काम में जुट जाने के निर्देश भी दिए। शिंदे ने यह घोषणा भी की कि वर्ष 2026 में शुरू होने जा रहा बालासाहेब ठाकरे का शताब्दी वर्ष शिवसेना जोरशोर से मनाएगी।

राज्य ब्यूरो, मुंबई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घोषणा की है कि महाराष्ट्र में भारी वर्षा से तबाह हो गए किसानों की बेटियों के विवाह की जिम्मेदारी उनका संगठन उठाएगा। उन्होंने अपने शिवसैनिकों को इस काम में जुट जाने के निर्देश भी दिए। शिंदे ने यह घोषणा भी की कि वर्ष 2026 में शुरू होने जा रहा बालासाहेब ठाकरे का शताब्दी वर्ष शिवसेना जोरशोर से मनाएगी।
शिवसैनिक किसानों के घर-घर जाकर उन्हें मदद पहुंचा रहे हैं- शिंदे
एकनाथ शिंदे गुरुवार को मुंबई के नेस्को सेंटर में शिवसेना की परंपरागत रैली को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने अपने विरोधी एवं शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे की ओर से खुद पर लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि महाराष्ट्र में बाढ़ के हालात बनने के बाद से ही वह स्वयं एवं उनके शिवसैनिक किसानों के घर-घर जाकर उन्हें मदद पहुंचा रहे हैं।
बाढ़ पीड़ित किसान परिवारों को उनके संगठन की ओर से 26 प्रकार की जीवनावश्यक वस्तुएं प्रदान की जा रही हैं। वह किसानों को पूरी मदद पहुंचाएंगे, और उनकी दीवाली काली नहीं होने दी जाएगी।
बाढ़ पीड़ितों की बेटियों के विवाह की जिम्मेदारी हमारी- शिंदे
एकनाथ शिंदे ने इसी कड़ी में बाढ़ पीड़ितों की बेटियों के विवाह की जिम्मेदारी उठाने की घोषणा करते हुए कहा कि वह शिवसेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे द्वारा दिए गए 80 प्रतिशत समाजसेवा एवं 20 प्रतिशत राजनीति के मूलमंत्र का पालन करते हुए राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे पर यह कहते हुए प्रहार किया कि उन्होंने तो आजतक किसी को बिस्कुट का एक पैकेट भी नहीं भिजवाया है।
उद्धव ठाकरे ने भी गुरुवार को रैली को संबोधित किया
बता दें कि गुरुवार को ही मुंबई के शिवाजी पार्क में शिवसेना (यूबीटी) की भी दशहरा रैली हुई। इसे संबोधित करते हुए इसके अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा था कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्रियों को राज्य में आई बाढ़ के बाद पैसा मांगने के लिए दिल्ली जाना पड़ा।
उन्होंने बिहार चुनाव से पहले महिलाओं के खाते में डाले गए दस-दस हजार रुपयों पर यह कहते हुए टिप्पणी की कि अब पगार देकर मतदाता बनाए जा रहे हैं। लेकिन किसानों को देने के लिए केंद्र सरकार के पास पैसा नहीं है।
पीएम मोदी की सराहना की
एकनाथ शिंदे ने इसका भी उत्तर देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व की तुलना में पांच गुना अधिक राशि महाराष्ट्र को दी है। जिससे महाराष्ट्र में विकास के कई कार्य संपन्न हो रहे हैं।
एकनाथ शिंदे ने बालासाहेब ठाकरे को याद किया
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने एवं राम मंदिर बनवाने जैसा काम करके स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे के सपनों को पूरा करने का काम किया है। उनपर टिप्पणी करने का कोई अधिकार उद्धव ठाकरे को नहीं है।
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