'ये बेहद अपमानजनक...', ट्रंप के डेड इकोनॉमी वाले बयान पर बिफरे शशि थरूर; खुद बताया क्या होनी चाहिए अगली स्ट्रैटेजी
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने डोनाल्ड ट्रंप के डेड इकोनॉमी वाले बयान पर प्रतिक्रिया दी है। पुणे में एक कार्यक्रम में थरूर ने कहा कि ट्रंप की बातों को शाब्दिक रूप से नहीं गंभीरता से लेना चाहिए। उन्होंने जोर दिया कि भारत को अपने राष्ट्रीय हितों को स्पष्ट रूप से परिभाषित करना होगा और वैश्विक मंच पर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हाल के दिनों में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को डेड इकोनॉमी करार दिया था। ट्रंप की इस टिप्पणी के बाद देश में सियासी हलचल बढ़ गई थी। विपक्ष ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरना शुरू कर दिया। हालांकि, कांग्रेस सांसद ने इससे इतर कहा कि भारत डेड इकोनॉमी नहीं है।
इस बीच एक बार फिर से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ट्रंप की टिप्पणी पर अपना रिएक्शन दिया है। उन्होंने कहा कि जब कुछ सबसे बड़ी शक्तियों की सक्रिय भागीदारी से युद्ध लड़े जा रहे हैं और जिन लोगों से विश्व व्यवस्था को कायम रखने की अपेक्षा की जाती है, वे अव्यवस्था को बढ़ावा देने में योगदान दे रहे हैं। इस स्थिति में भारत को अपने राष्ट्रीय हितों के बार में बहुत स्पष्ट होने की आवश्यकता है।
जानिए और क्या बोले शशि थरूर
दरअसल, पुणे में एक कार्यक्रम में शामिल होने के दौरान कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अपनी नई पुस्तक द लिविंग कॉन्स्टिट्यूशन के अलावा कई मुद्दों पर चर्चा की। थरूर ने ट्रंप के डेड इकोनॉमी वाले फैसले पर कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति की बातों को शाब्दिक रूप से नहीं, गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
थरूर ने कहा कि ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति हैं उनके फैसले नीतियों को प्रभावित कर सकते हैं और नीतियां हमें प्रभावित कर सकती हैं। इस स्थिति में ट्रंप को गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
'ये तो वैसी ही बात हो गई...'
शशि थरूर ने कहा कि जब वह (ट्रंप) कहते हैं कि आपकी अर्थव्यवस्था खत्म हो गई है, तो यह वैसा ही है जैसे कोई स्कूली बच्चा खेल के मैदान में कहे कि आपकी मां बदसूरत है। आपको इसे गंभीरता से लेना चाहिए। यह अपमान के लिए है, शाब्दिक रूप से नहीं लिया जाना चाहिए।
अपने राष्ट्रीय हित की बात करनी होगी
शशि थरूर ने कहा कि युद्ध दुनिया की कुछ सबसे बड़ी शक्तियों की सक्रिय भागीदारी से लड़े जा रहे हैं और इसका मतलब है कि जिन लोगों से विश्व व्यवस्था को बनाए रखने की उम्मीद की जाती है, वे अव्यवस्था को बढ़ावा देने में योगदान दे रहे हैं।
शशि थरूर ने कहा कि इन सबके बीच, भारत अपनी स्थिति को बेहतर बनाने के लिए क्या करता है? खैर, सबसे पहले, हमें अपने मन में यह स्पष्ट करना होगा कि हमारे राष्ट्रीय हित क्या हैं। आगे कहा कि भारत का पहला और सबसे महत्वपूर्ण राष्ट्रीय हित अपने लोगों, भारतीय जनता की भलाई है।
'हमें नियम बनाने वालों में होना होगा'
शशि थरूर ने कहा कि हमें नियम बनाने वालों में होना होगा, न सिर्फ नियम मानने वालों में हमें एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनना होगा ताकि हम ऐसी स्थिति में न रहें जहां दूसरे हमपर हुक्म चला सकें या हमें दबा सकें। हमारी विश्वसनीयता मायने रखती है। हम पहले से ही दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाले देश हैं। हम पहले से ही दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक हैं और जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे। (इनपुट पीटीआई के साथ)
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।