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    'अंग्रेजी वो भाषा नहीं जो...', जमात-ए-इस्लामी की प्रशंसा के आरोप पर थरूर का ट्रोलर्स को करारा जवाब

    Updated: Fri, 12 Sep 2025 05:54 PM (IST)

    कांग्रेस नेता शशि थरूर ने उन ट्रोलर्स की आलोचना की है जिन्होंने ढाका विश्वविद्यालय चुनावों में जमात-ए-इस्लामी की जीत की प्रशंसा करने का आरोप लगाया था। थरूर ने स्पष्ट किया कि उन्होंने इस घटना को आने वाले समय का एक चिंताजनक संकेत बताया था न कि प्रशंसा की थी। उन्होंने कहा कि जमात की जीत मुख्य दलों के भ्रष्टाचार से मोहभंग का नतीजा है।

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    कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने दिया ट्रोल्स को जवाब। (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने उन ट्रोलर्स पर निशाना साधा, जिन्होंने उन पर ढाका विश्वविद्यालय चुनावों में बांग्लादेश की धार्मिक-राजनीतिक पार्टी जमात-ए-इस्लामी की जीत के बाद उसकी प्रशंसा करने का आरोप लगाया था।

    थरूर ने कहा कि उन्होंने "आने वाले समय का एक चिंताजनक संकेत" शब्दों का इस्तेमाल किया था।उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "अगर यह 'प्रशंसा' के रूप में योग्य है तो मैं केवल यही कह सकता हूं कि अंग्रेजी भाषा वह नहीं है जो तब थी जब मैंने इसे सीखा था।"

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    क्या कहा था शशि थरूर ने?

    पूर्व राजनयिक ने गुरुवार को कहा था कि ढाका विश्वविद्यालय चुनावों में जमात की छात्र शाखा की जीत "अधिकांश भारतीयों के दिमाग पर बमुश्किल एक झलक के रूप में दर्ज हुई होगी।"

    उन्होंने इसे प्रमुख दलों के प्रति बढ़ती हताशा का संकेत बताया, जिनमें भारत में निर्वासित पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की (प्रतिबंधित) अवामी लीग और एक अन्य पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनल पार्टी (बीएनपी) शामिल हैं।

    शशि थरूर ने जीत के पीछे दिया ये तर्क

    उन्होंने तर्क दिया कि जीत "इसलिए नहीं हुई कि ये मतदाता कट्टरपंथी या इस्लामी कट्टरपंथी हैं", बल्कि इसलिए हुई क्योंकि जमात "दोनों मुख्यधारा की पार्टियों से जुड़े भ्रष्टाचार और कुशासन से कलंकित नहीं है, चाहे वह सही हो या गलत।"

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