कमरे में बंद कर मारपीट, जबरदस्ती कराया चूड़ी बनाने का काम... बिहार से जयपुर लाकर बच्चों से क्रूरता
जयपुर के भट्टा बस्ती में एक चूड़ी कारखाने में अमानवीय व्यवहार से तंग आकर सात बच्चे कब्रिस्तान में छिप गए। पुलिस और बाल अधिकार कमेटी ने उन्हें बचाया। जांच में पता चला कि समसाद मियां उन्हें बिहार से लाया था और कमरे में बंद कर चूड़ी बनाने का काम करवाता था। बच्चों के साथ मारपीट की जाती थी और उनसे 10-20 घंटे तक काम करवाया जाता था। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

तस्वीर का इस्तेमाल प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। जयपुर के भट्टा बस्ती पुलिस थाना क्षेत्र में एक चूड़ी कारखाने में अमानवीय प्रताड़ना से परेशान होकर सात बच्चे भागकर कब्रिस्तान में छिप गए। स्थानीय निवासियों ने कब्रिस्तान में बच्चों को भयभीत और परेशान अवस्था में देखा और पुलिस को सूचित किया।
सूचना मिलते ही पुलिस और बाल अधिकार कमेटी की टीम मौके पर पहुंची। बच्चों से पूछताछ और पुलिस की जांच में पता चला कि चूड़ी कारखाने में अमानवीयता के कारण बच्चे वहां से भागे। बच्चों ने बताया कि समसाद मियां नामक व्यक्ति उन्हें दो महीने पहले बिहार से जयपुर भ्रमण के बहाने लाया था। यहां आने पर उन्हें एक कमरे में बंद कर चूड़ी बनाने का काम कराया गया।
बच्चों के साथ मारपीट और जबरन काम करने के लिए किया मजबूर
बच्चों ने पुलिस को बताया कि कारखाना मालिक उनके साथ रोजाना मारपीट करता था और उन्हें जबरदस्ती काम करने के लिए मजबूर करता था। बच्चों से 10 से 20 घंटे तक काम करवाया जाता था, यहां तक कि बीमारी की स्थिति में भी उन्हें काम करने के लिए मजबूर किया जाता था।
पुलिस कर रही मामले की जांच
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और बच्चों के बयान के आधार पर समसाद के सहयोगियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। बच्चों को अस्पताल में भर्ती कर उनकी स्थिति की जांच की जा रही है।
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