'बैटल ऑफ गलवान' फिल्म से तिलमिलाया ड्रैगन, जून 2020 में इस कारण शुरू हुई थी झड़प; ये है पूरी कहानी
पांच साल पहले गलवान में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई घातक झड़प आज भी एक ऐसा संवेदनशील मुद्दा है जो समय-समय पर चुभता रहता है। जैसे कि अब, जब इस पर ...और पढ़ें

सलमान खान की 'गलवान की लड़ाई' से चीन नाराज (फोटो- एक्स)
जेएनएन, नई दिल्ली। बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान की आगामी फिल्म 'बैटल ऑफ गलवान' का टीजर रिलीज होते ही चीन में हड़कंप मच गया है। फिल्म 2020 की गलवान घाटी झड़प पर आधारित है, जिसमें सलमान कर्नल बिक्कुमल्ला संतोष बाबू की भूमिका निभा रहे हैं, जो उस संघर्ष में शहीद हुए थे।
चीन ने फिल्म की आलोचना की
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने फिल्म की कड़ी आलोचना की है और इसे "तथ्यों का गलत चित्रण" बताया है। अखबार के अनुसार, बॉलीवुड फिल्में भावनात्मक और मनोरंजन प्रधान होती हैं, लेकिन "कोई भी सिनेमाई अतिशयोक्ति इतिहास को फिर से नहीं लिख सकती और न ही पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के संप्रभु क्षेत्र की रक्षा के संकल्प को हिला सकती है।"
ग्लोबल टाइम्स ने दावा किया कि गलवान घाटी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के चीनी पक्ष में स्थित है और 2020 की झड़प भारतीय सैनिकों द्वारा सीमा पार करने और उकसावे के कारण हुई। अखबार ने फिल्म को "ओवर-द-टॉप ड्रामा" करार दिया और कहा कि यह राष्ट्रवादी भावनाओं को भड़काने का प्रयास है।
भारत सरकार आई फिल्म के सपोर्ट में
भारतीय सरकार सूत्रों ने इसका जवाब देते हुए कहा कि भारत में फिल्ममेकर्स को कलात्मक स्वतंत्रता है और सिनेमा अभिव्यक्ति का माध्यम है। सूत्रों ने 1962 के भारत-चीन युद्ध पर बनी फिल्म 'हकीकत' का उदाहरण दिया।
15 जून, 2020 को शुरू हुई थी झड़प
यह सब 15 जून, 2020 को शुरू हुआ, जब भारतीय सैनिकों के एक छोटे से दल ने गलवान नदी घाटी में एक चीनी तंबू को हटाने के लिए कार्रवाई की - यह क्षेत्र समुद्र तल से 15,000 फीट ऊपर काराकोरम पर्वतमाला पर स्थित है, जो लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के निकट है। 6 जून को हुई बातचीत के बाद चीन तंबू हटाने और एक बफर जोन बनाने पर सहमत हो गया था।
लेकिन चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय कर्नल बीएल संतोष बाबू को निशाना बनाए जाने के बाद झड़प शुरू हो गई। दोनों पक्षों ने अतिरिक्त सैनिकों को बुलाया और संघर्ष बढ़ गया। लगभग छह घंटे बाद जब यह झड़प समाप्त हुई, तब तक लगभग 40 चीनी सैनिक मारे जा चुके थे। भारत ने 20 वीर जवानों को खो दिया।
कई भारतीय और चीनी सैनिक गलवान नदी में गिर गए थे और परिणामस्वरूप हाइपोथर्मिया के कारण उनकी मृत्यु हो गई। हालांकि, चीन ने कहा कि केवल चार सैनिकों की मौत हुई है और उनमें से केवल एक, जूनियर सार्जेंट वांग झूओरान, डूब गया था।
सही संख्या का कभी पता नहीं चल पाया। दो साल से भी अधिक समय बाद, ऑस्ट्रेलिया के एक खोजी अखबार "द क्लैक्सन" ने रिपोर्ट किया कि "उस रात वांग समेत पीएलए (पीपुल्स लिबरेशन आर्मी) के कम से कम 38 सैनिक बह गए और डूब गए... जिनमें से केवल वांग को ही आधिकारिक तौर पर मृत घोषित किए गए चार सैनिकों में शामिल किया गया था"।
अपने सूत्रों के रूप में "कई वीबो उपयोगकर्ताओं" का हवाला देते हुए, इसने कहा कि लड़ाई के पहले ही मिनटों में नदी पार करने की कोशिश करते समय चीनी सैनिक नदी में गिर गए थे। इसके बाद तीखी झड़प हुई, चीन की ओरसे विरोधाभासी बयान आए और वर्षों से चले आ रहे तनाव में हाल ही में बदलाव आना शुरू हुआ।
भारत ने कहा कि यह झड़प सीमा पर "चीन द्वारा यथास्थिति को एकतरफा रूप से बदलने के प्रयास" के कारण हुई। बीजिंग ने इसके लिए भारतीय सैनिकों को जिम्मेदार ठहराया।
मृतकों की संख्या को लेकर भी विवाद हुआ। नई दिल्ली ने आधिकारिक तौर पर स्वीकार किया कि उसके 20 सैनिक मारे गए, जबकि बीजिंग ने शुरू में किसी भी हताहत से इनकार किया। बाद में, उसने दावा किया कि उसके केवल चारसैनिक मारे गए।
इस बार, चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में एक लेख में आरोप लगाया गया कि गलवान घाटी वास्तविक नियंत्रण रेखा के चीनी हिस्से में स्थित है। इसमें जून 2020 की झड़पों की जिम्मेदारी भी भारत पर डाली गई है, जिसमें दावा किया गया है कि भारतीय सैनिकों ने नियंत्रण रेखा पार की और झड़प को उकसाया।
लेख में लिखा था, "बॉलीवुड फिल्में ज्यादा से ज्यादा मनोरंजन से भरपूर, भावनात्मक चित्रण प्रस्तुत करती हैं, लेकिन सिनेमाई अतिशयोक्ति की कोई भी मात्रा इतिहास को फिर से नहीं लिख सकती या चीन के संप्रभुक्षेत्र की रक्षा करने के पीएलए के दृढ़ संकल्प को हिला नहीं सकती।"
अप्रैल 2026 में रिलीज होगी फिल्म
फिल्म का टीजर सलमान के 60वें जन्मदिन पर 27 दिसंबर को रिलीज हुआ था, जिसमें वे भारतीय सेना के अधिकारी के रूप में दिखे। फिल्म अप्रैल 2026 में रिलीज होगी। निर्देशक अपूर्व लाखिया हैं और चित्रांगदा सिंह लीड एक्ट्रेस हैं।

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