पाकिस्तान को नहीं पचेगी पावर! UNSC में फिर हुआ 'बेपर्दा', जयशंकर ने खूब लगाई क्लास
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर घेरा। उन्होंने यूएनएससी में पाकिस्तान की अध्यक्षता से पहले आतंकवाद को बेनकाब किया। जयशंकर ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि भारत सीमा पार आतंकवाद पर कार्रवाई कर सकता है और परमाणु ब्लैकमेल से नहीं डरेगा। उन्होंने पहलगाम हमले का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत ने आतंकवादियों को दंडित किया और उनके ठिकानों को नष्ट किया।

जयप्रकाश रंजन, जागरण, नई दिल्ली। पाकिस्तान जिस दिन बतौर अस्थाई सदस्य एक महीने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनएससी) की अध्यक्षता करने की तैयारी में जुटा था, उसके कुछ ही घंटे पहले भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उसके आतंकी चेहरे को यूएनएससी कार्यालय के पास ही एक कार्यक्रम में पूरी तरह से बेनकाब कर दिया।
अमेरिका दौरे पर सोमवार को सुबह न्यूयार्क पहुंचे विदेश मंत्री ने मीडिया हाउस न्यूजवीक के एक कार्यक्रम में पाकिस्तान को परोक्ष तौर पर यह धमकी भी दे डाली की अगर भारत के नागरिकों पर सीमा पार से पोषित आतंकी हमला करते हैं तो भारत आपरेशन सिंदूर जैसी कार्रवाई फिर कर सकता है। जयशंकर ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि, पाकिस्तान से उपजे आतंकवाद के खिलाफ अगर भारत कार्रवाई करता है तो उसे परमाणु ब्लैकमेल से नहीं रोका जा सकता।
आज से शुरू हो रहा पाकिस्तान का कार्यकाल
पाकिस्तान अभी यूएनएससी का अस्थाई सदस्य है। यूएनएससी के सभी 10 अस्थाई सदस्यों को एक-एक महीने के लिए दुनिया की इस सबसे बड़े पंचायत की अगुवाई करने का मौका मिलता है। पाकिस्तान का कार्यकाल एक जुलाई, 2025 से शुरू हो रहा है। पाकिस्तान की तरफ से संकेत है कि वह इस अवधि का इस्तेमाल कश्मीर मुद्दे को हवा देने के लिए कर सकता है।
जयशंकर ने उठाया आतंकवाद का मुद्दा
साथ ही वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ यूएनएससी के तहत भारत ने स्वयं व अपने सहयोगियों के समर्थन से पूर्व में जो कोशिशें की हैं, उनको कुंद करने की कोशिश भी पाकिस्तान कर सकता है। पाकिस्तान को यूएनएससी के तहत आतंकवाद के खिलाफ गठित प्रतिबंध समिति की सह-अध्यक्षता भी करने वाला है। ऐसे में विदेश मंत्री जयशंकर ने ठीक समय पर पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद का मुद्दे को उठाया है।
भारत ने आतंकियों को लगाया ठिकाने
जयशंकर ने कहा कि पहलगाम पर हमला भारत के खिलाफ एक आर्थिक युद्ध था क्योंकि इसका मकसद कश्मीर में पर्यटन को नुकसान पहुंचाना था। पर्यटन इस राज्य की आर्थिकी का मुख्य जरिया है। साथ ही जिस तरह से लोगों की हत्या से पहले लोगों की धार्मिक पहचान पूछी गई उसका मकसद भारत में धार्मिक भेदभाव को भी भड़काना था। इसलिए भारत ने आतंकवादियों को दंड देने का फैसला किया। अभी तक यह सोच था कि सीमा के उस पार छिपे आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो सकती। मेरे ख्याल से इस सोच को चुनौती देने की जरूरत थी और हमने वैसा ही किया है।
पाक को जयशंकर ने दी सीधी चेतावनी
जयशंकर ने आगे कहा कि पाकिस्तान में आतंकी संगठन खुलेआम काम करते हैं और वह खुलेआम भारत के खिलाफ हमला करते हैं। पाकिस्तान के भीड़-भाड़ वाले इलाकों में उनके कारपोरेट मुख्यालय होते हैं। सब जानते हैं कि उनके मुख्यालय कहां हैं, उन्हें कौन चलाता है। भारत ने इन ठिकानों को नष्ट किया है।
भारतीय विदेश मंत्री ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अब हम आतंकवादियों और उन्हें समर्थन देने वाली सरकार में कोई भेदभाव नहीं करेंगे। इस बारे में हमारी कार्रवाई को परमाणु ब्लैकमेलिंग की कोशिशों से नहीं रोका जा सकता।
भारत ने आकंवादियों के ठिकानों को किया था तबाह
पाक परस्त आतंकवादियों ने 22 अप्रैल, 2025 को पहलगाम (कश्मीर) में निर्दोष पर्यटकों पर हमला करके 26 लोगों की हत्या कर दी थी। इसका बदला लेने के लिए भारत ने आपरेशन सिंदूर चलाया था। इसमें पाकिस्तान के नौ शहरों में स्थित आकंवादियों के ठिकानों को नष्ट किया गया था। इसके बाद पाकिस्तान वायु सेना ने भी कार्रवाई की थी जिसका भारत की तरफ से बहुत ही करारा जवाब दिया गया था। बाद में दोनों देशों के बीच सीजफायर की घोषणा हुई थी।
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