Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'पाकिस्तान को JF-17 का इंजन बेचने पर भारत को होगा फायदा...', रूसी विशेषज्ञों के दावे की पीछे क्या है तर्क

    Updated: Mon, 06 Oct 2025 02:31 PM (IST)

    रूस पर पाकिस्तान को JF-17 लड़ाकू विमान के लिए RD-93 इंजन बेचने के आरोप लगे हैं जिससे सियासी हलचल है। रूसी विशेषज्ञों का मानना है कि यह भारत के लिए फायदेमंद हो सकता है। रक्षा विशेषज्ञ प्योत्र तोपीचकानोव के अनुसार इससे भारत को दो फायदे हो सकते हैं। बता दें कि ऑपरेशन सिंदर के दौरान पाकिस्तान ने भारत के खलाफ जेएफ-17 विमान का खूब इस्तेमाल किया था।

    Hero Image
    जेएफ-17 के इंजन RD-93 पर बढ़ा विवाद। फाइल फोटो

    डिजिटल डेस्क, मॉस्को। रूस पर पाकिस्तान के लड़ाकू विमान जेएफ-17 के लिए आरडी-93 इंजन बेचने का आरोप लगा है। इसे लेकर सियासी खेमें में भी हलचल मच गई है। विपक्ष सरकार पर सवाल खड़े कर रहा है, तो सत्ताधारी पार्टी के नेताओं ने रूस का हवाला देते हुए इन खबरों को झूठा बताया है। हालांकि, रूसी एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह भारत के लिए फायदे का सौदा साबित हो सकता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    रक्षा मामले की जानकारी रखने वाले रूस के कई विशेषज्ञों का दावा है कि अगर रूस पाकिस्तान के लड़ाकू विमान को इंजन देगा, तो इससे भारत का ही फायदा होगा। ऐसे में भारत को इसका विरोध नहीं करना चाहिए।

    भारत को होंगे 2 बड़े फायदे

    समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत के दौरान रक्षा विशेषज्ञ प्योत्र तोपीचकानोव ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि यहां रूस की आलोचना करना सही होगा। अगर रूस के द्वारा जेएफ-17 को इंजन देने की रिपोर्ट सच है, तो यह भारत के लिए 2 तरीकों से फायदेमंद है।"

    प्योत्र के अनुसार,

    पहली बात, चीन और पाकिस्तान मिलकर भी रूसी इंजन का तोड़ नहीं ढूंढ पाए हैं, तभी पाकिस्तान चीनी लड़ाकू विमानों के लिए रूस से इंजन खरीद रहा है।

    प्योत्र ने आगे कहा,"दूसरी बात, मई में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ जेएफ-17 लड़ाकू विमानों का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया था। ऐसे में अगर पाक के फाइटर जेट्स में रूसी इंजन होगा, तो भारत इससे काफी हद तक वाकिफ होगा। इससे भारत न सिर्फ पाकिस्तान की क्षमताओं का, बल्कि उसके अगले दांव का भी आसानी से अंदाजा लगा सकेगा।

    तकनीकी ट्रांसफर पर होगी रोक

    एक अन्य एक्सपर्ट का दावा है कि रूस ने भारत को भरोसा दिलाया है RD-93 इंजन की डील पूरी तरह से कमर्शियल होगी और इसमें पाकिस्तान के साथ तकनीकी का लेन-देन नहीं होगा। हालांकि, भारत को दिए जाने वाले RD-33 इंजन पर रूस ने तकनीकी ट्रांसफर को मंजूरी दे रखी है।

    रूस, पाकिस्तान और चीन के बीच 2000 के बाद ही एक समझौता हुआ था, जिसके तहत रूस पहले से ही चीन और रूस को RD-93 इंजन देता आया है। पाकिस्तान अब इंजन का अपग्रेडेड वर्जन चाहता है, लेकिन इसे लेकर दोनों देशों में सहमति नहीं बन पाई है। वहीं, इन खबरों पर किसी भी सरकार ने अभी तक कोई औपचारिक बयान नहीं दिया है।

    यह भी पढ़ें- 2 नकाबपोश युवकों ने मस्जिद में लगाई आग, पुलिस ने फोटो जारी कर लोगों से की ये अपील