Move to Jagran APP

Ram Mandir: 'कांग्रेस को राम से ज्यादा बाबर पसंद', प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का न्योता ठुकराने पर हिमंत बिस्वा सरमा ने और क्या कुछ कहा?

अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में कांग्रेस के शामिल नहीं होने पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को भगवान श्रीराम से ज्यादा बाबर पसंद है। सीएम सरमा ने कहा कि राम लला का मंदिर ना बने इसके लिए कांग्रेस कई प्रयास किए। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस ने जीवन भर पाप किया है।

By Agency Edited By: Sonu Gupta Published: Sat, 13 Jan 2024 06:19 PM (IST)Updated: Sat, 13 Jan 2024 06:19 PM (IST)
'कांग्रेस को राम से ज्यादा बाबर पसंदः हिमंत बिस्वा सरमा।

भुवनेश्वर, एएनआई। Ram Mandir Consecration Ceremony: अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने से कांग्रेस ने साफ मना कर दिया है। अभिषेक समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार करने के बाद से ही भाजपा लगातार कांग्रेस पर हमलावर है। वहीं, इस समारोह में कांग्रेस के शामिल नहीं होने पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को भगवान श्रीराम से ज्यादा बाबर पसंद है।

loksabha election banner

कांग्रेस को बाबर पसंदः सीएम सरमा

सीएम सरमा ने कहा कि राम लला का मंदिर ना बने इसके लिए कांग्रेस कई प्रयास किए। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस ने जीवन भर पाप किया है। विश्व हिंदू परिषद ने कांग्रेस को इस समारोह में शामिल होने का निमंत्रण दिया था, जो कि गलत कदम था। इस समारोह में कांग्रेस शामिल होती तो उसके पाप कुछ कम हो जाते।

मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि कांग्रेस को राम से ज्यादा बाबर पसंद है। वे लोग राम के बदले बाबर के पास जाना पसंद करते हैं। वे पहले भी पापी थे और आगे भी पापी रहेंगे। 

यह भी पढ़ेंः 'जैसा पंडित नेहरू ने सोमनाथ मंदिर के साथ किया था', असम CM ने की अयोध्या निमंत्रण को अस्वीकार करने के लिए कांग्रेस की आलोचना

हिंदू विरोधी है कांग्रेस का रवैयाः सीएम सरमा

मालूम हो कि इससे पहले उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा था कि राम मंदिर के अभिषेक समारोह में शामिल होने के लिए पार्टी को इस लिए निमंत्रण दिया गया था कि उनके पाप कुछ कम हो जाएं। उन्होंने कहा था कि अपने पाप को कम करने का मौका दिया गया था, लेकिन पार्टी ने राम मंदिर अभिषेक समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया। इतिहास इसे हिंदू विरोधी के रूप में याद रखेगी।

यह भी पढ़ेंः 'हिंदुत्व' के लिए साथ आईं 'सीता मैया' और 'माता पार्वती', इस ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज होगी फिल्म


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.