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    उदयपुर में राजस्थान का पहला एआई ट्रैफिक सिग्नल शुरू, एंबुलेंस-दमकल की सायरन की भी होगी पहचान

    Updated: Fri, 10 Oct 2025 11:26 PM (IST)

    उदयपुर, राजस्थान में पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित ट्रैफिक सिग्नल का ट्रायल शुरू हुआ है। यह सिस्टम चौराहों पर ट्रैफिक के अनुसार लाइट कंट्रोल करेगा और इमरजेंसी वाहनों को प्राथमिकता देगा। फतहपुरा चौराहे पर हाई रेजोल्यूशन कैमरे और सेंसर लगाए गए हैं। ट्रायल सफल होने पर इसे अन्य चौराहों पर भी लागू किया जाएगा, जिससे ट्रैफिक मैनेजमेंट बेहतर होगा। पूरे सिस्टम को मोबाइल एप से कंट्रोल किया जा सकेगा।

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    उदयपुर में शुरू हुआ एआई ट्रैफिक सिस्टम।

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजस्थान में पहली बार एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) आधारित ट्रैफिक सिग्नल का ट्रायल उदयपुर में शुरू हो गया है। यह स्मार्ट सिस्टम चौराहों पर वाहनों की भीड़ के आधार पर ट्रैफिक लाइट को स्वतः नियंत्रित करेगा, जिससे ड्राइवरों को जाम में खड़े रहने से राहत मिलेगी।

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    एआई ट्रैफिक सिस्टम का काम

    ट्रैफिक डीएसपी अशोक आंजना ने बताया कि सुबह और शाम शहर में ट्रैफिक का दबाव बढ़ जाता है। एआई सिस्टम यह पहचान करेगा कि किस लेन में ज्यादा वाहन हैं और उसी लेन की रेड लाइट को ग्रीन सिग्नल दे देगा। इसके लिए फतहपुरा चौराहे पर हाई रेजोल्यूशन कैमरे और सेंसर लगाए गए हैं। प्रारंभिक ट्रायल कुछ दिनों तक इसी चौराहे पर किया जाएगा।

    आपातकालीन वाहन को प्राथमिकता

    सिस्टम एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड जैसी आपातकालीन सेवाओं के सायरन को भी पहचान कर तुरंत सिग्नल ग्रीन कर देगा, जिससे राहत वाहन बिना बाधा के रास्ता पार कर सकेंगे।

    डेटा और कंट्रोल

    एआई सिग्नल पूरे दिन ट्रैफिक दबाव की जानकारी रिकॉर्ड करेगा और इस डेटा का विश्लेषण कर अन्य चौराहों पर इसे लागू करने की योजना बनाई जाएगी। पूरे सिस्टम को मोबाइल एप से कंट्रोल किया जा सकेगा।

    दस लाख प्रति चौराहा खर्च

    एक चौराहे पर एआई सिस्टम लगाने में लगभग 10 लाख रुपए का खर्चा आता है। अधिकारियों का कहना है कि यदि ट्रायल सफल रहा तो इसे शहर के अन्य व्यस्त चौराहों पर भी लागू किया जाएगा, जिससे उदयपुर में स्मार्ट और कुशल ट्रैफिक प्रबंधन की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया जा सकेगा।

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