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    आखिरी 12 घंटे में क्या कर रहे थे राजा और सोनम, मेघालय में उनके साथ कौन थे तीन और लोग? सारे सवालों के मिले जवाब!

    Updated: Sun, 08 Jun 2025 07:11 PM (IST)

    गाइड भकुपर वानशाई ने बताया कि दंपत्ति ने हमें 22 मई को फोन किया उस समय शाम के करीब 3.30 बजे थे। मैंने उन्हें नोंग्रियात तक गाइड करने के लिए हां कहा था ...और पढ़ें

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    राजा और सोनम के साथ क्या-क्या हुआ था (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्यप्रदेश के इंदौर से मेघालय घुमने आए कपल राजा और सोनम पूर्वी हिल्स के नोंग्रियाट गांव में लोकप्रिय डबल-डेकर लिविंग रूट की यात्रा के दौरान अंतिम 12 घंटों में उनके साथ क्या है, इसका पता चल चुका है।

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    स्थानीय लोगों से बात करने और उनके बयान दर्ज करने के बाद जांचकर्ताओं ने इसकी जानकार दी है कि राजा और सोनम ने अंतिम 12 घंटों में क्या-क्या किया था। बता दें, राजा और सोनम 23 मई से लापता थे।

    कब मिला राजा का शव?

    2 जून को राजा का शव एक खड्ड में मिला था, जबकि उनकी पत्नी सोनम की तलाश अभी भी जारी है। पुलिस और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमें सोनम की तलाश कर कर रही है। इधर सोनम के परिवार का मानना है कि उसका अपहरण कर लिया गया है।

    बता दें, 21 मई को मेघायल की राजधानी शिलांग में एक गेस्ट हाउस में यह जोड़ा ठहरा था। अगले दिन उन्होंने एक स्कूटी किराए पर ली और लोकप्रिय पर्यटक स्थल सोहरा (चेरापूंजी) की ओर गए थे।

    गाइड का लिया था सहारा

    पूर्वी खासी हिल्स के मावलखियात गांव में पहुंचने के बाद, उन्होंने स्कूटी को स्थानीय लोगों द्वारा पर्यटकों के लिए पार्किंग स्थल पर खड़ी की थी और उसी जिले में नोंग्रियात गांव में एक होमस्टे तक जाने के लिए एक स्थानीय गाइड का सहारा लिया था।

    मावलखियात से नोंग्रियात तक की यात्रा पर उन्हें ले जाने वाले गाइड ने बताया कि इसमें लगभग तीन घंटे का समय लगता है और करीब 3 हजार सीढ़ियां उतरनी पड़ती है।

    गाइड भकुपर वानशाई ने बताया, "दंपत्ति ने हमें 22 मई को फोन किया, उस समय शाम के करीब 3.30 बजे थे। मैंने उन्हें नोंग्रियात तक गाइड करने के लिए हां कहा था और उन्हें शिपारा होमस्टे पर छोड़ने के बाद हम वहां से निकल गए थे।" उसने बाताय कि एक अन्य गाइड अलबर्ट पीडी भी उनके साथ था।

    अगले दिन राजा-सोनम ने गाइड के लिए किया मना

    गाइड ने बताया कि अगले दिन 23 मई को भी हमने अपनी सर्विस के लिए उनसे कहा, तो उन्होंने यह कहकर मना कर दिया कि उन्हें मार्ग पता है। गाइड ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि सोनम ने उनसे अधिकतर बातचीत अंग्रेजी में की थी।

    होमस्टे चलानी वाली महिला ने बताया कि दंपत्ति और दो गाइड शाम 5.30 हजे नोंग्रियाट गांव में शिपारा होमस्टे पहुंचे थे। होमस्टे की मालकिन सिआंटी सोखलेट ने बताया कि 22 मई को दो मेहमान यहां ठहरने आए थे।

    सोखलेट ने बताया कि जब वे वहां पहुंचे तो मैंने उन्हें कमरा दिखाया और वे ठहरने के लिए राजी हो गए। उन्होंने बताया कि अगले दिन नवविवाहित जोड़े ने गाइड की सेवा लेने से मना कर दिया था।

    23 मई को सुबह 6 बजे होमस्टे से निकला था कपल

    राजा और सोनम को देखने वाला आखिरी व्यक्ति गाइड अल्बर्ट पीडी था। पुलिस द्वारा पूछताछ के दौरान उसने बताया कि उसन सुबह 10 बजे इस जोड़े को मावलखियात गांव की ओर 3 हजार सीढ़ियां चढ़ते हुए देखा था और साथ में तीन आदमी भी थे, जिन्हें वह पर्यटक मान रहा था। इसके बाद से ही कपल लापता हो गया था।

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