Raja Raghuwanshi: शिलांग से गुवाहाटी तक कड़ी से कड़ी जोड़ने में लगी पुलिस, सोनम के खुलासे बाद और बढ़ा संदेह
इंदौर के व्यवसायी राजा रघुवंशी हत्याकांड में पुलिस तेज़ी से जांच कर रही है। मुख्य आरोपी पत्नी सोनम और चार अन्य आरोपी पुलिस रिमांड पर हैं। मेघालय पुलिस ने गुवाहाटी के एक लॉज पर छापा मारा जहाँ कथित हत्यारे रुके थे। पुलिस ने लॉज के कर्मचारियों से पूछताछ की। संदिग्धों ने खुद को इंदौर का छात्र बताकर कमरा लिया था और अगले दिन सुबह चेक आउट कर गए।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इंदौर के व्यवसायी राजा रघुवंशी मामले में जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। मामले में मुख्य आरोपी राजा की पत्नी सोनम इस समय पुलिस की गिरफ्त में है। कोर्ट ने सोनम के साथ अन्य चार आरोपियों को 8 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है।
इस बीच खबर है कि पुलिस जांच के दौरान हर एक कड़ी तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि मेघालय पुलिस राज्य के बाहर और भी इलाकों में छापेमारी कर सकती है। माना जा रहा है कि इन जगहों पर सोनम को भी ले जाया जा सकता है।
असम में पुलिस ने मारा छापा
बता दें कि मेघालय पुलिस ने असम में अपने सहयोगियों की मदद से गुवाहाटी के पान बाजार इलाके में एक लॉज पर छापा मारा। इसी लॉज में तीन कथित कॉन्ट्रैक्ट किलर राजा रघुवंशी की हत्या करने के लिए शिलांग जाते समय एक रात रुके थे।
एनडीटीवी ने गुवाहाटी पुलिस सूत्रों के हवाले से बताया कि तीनों संदिग्ध 19 मई को रात करीब 8.30 बजे पान बाजार के आनंदा लॉज पहुंचे थे। मेघालय पुलिस ने उस कमरे की भी तलाशी ली, जिसमें वे रुके थे। इस दौरान पुलिस ने लॉज प्रबंधक और कर्मचारियों के बयान दर्ज किए।
19 मई की रात में लॉज पहुंचे थे संदिग्ध
गुवाहाटी पुलिस सूत्रों के अनुसार, तीनों संदिग्ध 19 मई को रात करीब 8.30 बजे पान बाजार के आनंदा लॉज पहुंचे थे। मेघालय पुलिस ने जिस कमरे में वे रुके थे, उसकी तलाशी ली और लॉज प्रबंधक और कर्मचारियों के बयान दर्ज किए, जिन्होंने दावा किया कि तीनों का व्यवहार अन्य छात्रावासियों जैसा ही था और उन्हें कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। बताया जा रहा है कि इन लोगों ने लॉज में पहचान के तौर पर अपना आधार कार्ड दिखाया था।
संदिग्धों ने खुद को बताया था छात्र
इस लॉज में कमरा लेने के दौरान दावा किया कि वे इंदौर के छात्र हैं और असम और पूर्वोत्तर के अन्य हिस्सों में घूमने आए थे। सूत्रों ने बताया कि वे अगले दिन सुबह करीब 5:30 बजे चेक आउट कर गए।
वहीं, इस मामले को लेकर मेघालय एसआईटी का मानना है कि 20 मई को इन लोगों ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर में दंपत्ति का पीछा किया था। एसआईटी को यह भी पता चला है कि इन लोगों ने हत्या का हथियार एक नया चाकू गुवाहाटी के फैंसी बाजार या पलटन बाजार जैसे पिस्सू बाजार से खरीदा था।

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