जीतेंद्र सिंह के IIT मुंबई में दिए बयान पर भड़के राज ठाकरे, लगाया ये आरोप
केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह के आईआईटी बॉम्बे को लेकर दिए बयान पर विवाद हो गया है। मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने भाजपा पर मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने का आरोप लगाया है। फडणवीस ने कहा कि वह आईआईटी बॉम्बे का नाम बदलकर आईआईटी मुंबई करने के लिए पत्र लिखेंगे। मुंबई का नाम 1995 में बंबई से बदलकर मुंबई किया गया था।

मनसे प्रमुख राज ठाकरे। (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, मुंबई। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जीतेंद्र सिंह के आईआईटी मुंबई में दिए एक बयान से महाराष्ट्र में राजनीति गरमा गई है। सिंह ने कहा था कि आईआईटी प्रशासन की प्रशंसा करते हुए कहा था कि शुक्र है कि आपने आईआईटी बॉम्बे का नाम बदल कर मुंबई नहीं किया है। यह प्रशंसा की बात है। उनके इस बयान के बाद मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने भाजपा पर पूरी मुंबई को महाराष्ट्र से अलग कर गुजरात में मिलाने की कोशिश का आरोप लगाया है।
डा. जीतेंद्र सिंह सोमवार को एक कार्यक्रम में भाग लेने आईआईटी मुंबई पहुंचे थे। वहां उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए किसी संदर्भ में कहा कि जहां तक आईआईटी बंबई का सवाल है, शुक्र है कि इसका नाम अब भी यही है। आपने इसे बदल कर मुंबई नहीं किया है। यह आपके लिए एक और प्रशंसा की बात है। मद्रास के लिए भी यही बात सही है। यह अब भी आईआईटी मद्रास ही है।
क्या है मामला?
हालांकि जीतेंद्र सिंह का यह वक्तव्य आंशिक रूप से ही सही है। क्योंकि आईआईटी मुंबई के बाहर मोटे-मोटे अक्षरों में सबसे ऊपर मराठी भाषा में भारतीय तंत्रज्ञान संस्था मुंबई, एवं उसके नीचे हिंदी में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मुंबई लिखा है। सबसे नीचे अंग्रेजी में जरूर इंडियन इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी बॉम्बे लिखा गया है।
मनसे ने दिया राजनीतिक रंग
लेकिन सिंह का यह बयान आने के बाद महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने इसे राजनीतिक रंग देने में जरा भी देर नहीं लगाई। उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर एक लंबी पोस्ट लिखते हुए कहा कि हमेशा से मराठी मानुष की रही मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने की चाल को मराठी नेताओं और मराठी जनता ने हमेशा असफल कर दिया है। इसे महाराष्ट्र से अलग करने का दांव इन लोगों के पेट में एक बार फिर उठने लगा है।
राज ने आगे लिखा है कि जीतेंद्र सिंह का मुंबई से कोई संबंध नहीं है। उनका संबंध ना महाराष्ट्र से है, ना गुजरात से। उन्होंने सिर्फ अपनी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को खुश करने के लिए यह बयान दिया है, ताकि उन्हें शाबासी मिल सके।
बता दें कि राज ठाकरे का यह वक्तव्य जल्दी ही होने वाले मुंबई महानगरपालिका चुनावों की दृष्टि से महत्त्व रखते हैं। शिवसेना ऐसे चुनाव के अवसरों पर मराठीभाषी लोगों की भावनाएं भड़काने के लिए अक्सर मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने का भय उन्हें दिखाती रहती है।
देवेंद्र फडणवीस ने क्या कहा?
दूसरी ओर जीतेंद्र सिंह के बयान पर राजनीति शुरू होने के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि आईआईटी बॉम्बे का नाम बदल कर आईआईटी मुंबई करने के लिए वह जल्दी ही प्रधानमंत्री एवं मानव संसाधन विकास मंत्री को पत्र लिखेंगे।
बता दें कि मुंबई को पहले बंबई के नाम से भी जाना जाता था। 1995 में राज्य सरकार द्वारा मुंबा देवी के सम्मान में एवं ब्रिटिश उपनिवेशवाद का प्रतीक मिटाने के लिए बंबई से बदलकर मुंबई कर दिया गया है। यह परिवर्तन उसी समय आईआईटी के हिंदी एवं मराठी नामों में भी किया गया था। लेकिन अंग्रेजी में आज भी नामपट्टिका पर ‘बॉम्बे’ ही लिखा हुआ है।

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