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    बिहार के बाद बंगाल में गरमाया SIR का मुद्दा, राहुल गांधी ने बीजेपी के खिलाफ खोला मोर्चा

    Updated: Mon, 24 Nov 2025 12:19 PM (IST)

    West Bengal SIR: बिहार विधानसभा चुनाव में सियासी मुद्दा रहा स्पेशल इंटेंसिव रिविजन (SIR) अब पश्चिम बंगाल में भी गरमा गया है। चुनाव आयोग ने अवैध शरणार्थियों और आगामी चुनावों के मद्देनजर 11 राज्यों में SIR प्रक्रिया शुरू की है। राहुल गांधी ने इसे 'साजिश' बताते हुए BLOs की मौत पर चिंता जताई है। वहीं, पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने भी बैठक बुलाई है।

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    नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने SIR पर उठाए सवाल। फाइल फोटो

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान स्पेशल इंटेंसिव रिविजन (SIR) को लेकर पक्ष और विपक्ष के बीच तगड़ा सियासी संग्राम छिड़ा था। राजनीतिक पारा इस कदर चढ़ा कि मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया था। मगर, चुनाव की नतीजे आते ही बिहार में SIR का मुद्दा रातोंरात गायब हो गया। वहीं, अब SIR की यह बयार पड़ोसी राज्य बंगाल तक पहुंच गई है।

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    बिहार में SIR सफल होने के बाद चुनाव आयोग ने देश के 11 राज्यों में जोर-शोर से यह प्रक्रिया शुरू कर दी है। पश्चिम बंगाल का नाम भी इस फेहरिस्त में शामिल है। वहीं, बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसके कारण SIR एक बार फिर सियासी मुद्दा बन गया है।

    राहुल गांधी ने SIR पर क्या कहा?

    कांग्रेस नेता राहुल गांधी बिहार के बाद अब पश्चिम बंगाल में SIR के खिलाफ सरकार के घेरने की तैयारी कर रहे हैं। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, "SIR के कारण पूरे देश में अफरा-तफरी मच गई है और इसका परिणाम क्या है? 3 हफ्ते में 16 BLO की जान चली गई, जिसकी वजह हार्ट अटैक, सुसाइड और तनाव है। इसके बावजूद SIR से कोई सुधार नहीं हो रहा है। यह सिर्फ एक अत्याचार है।"

    राहुल गांधी के अनुसार,

    SIR एक सोची-समझी चाल है। इसके जरिए आम लोगों को प्रताड़ित किया जा रहा है। BLO पर बेवजह दबाव बनाया जा रहा है। यह कोई विफलता नहीं, बल्कि साजिश है। सत्ता में मौजूद लोगों को बचाने के लिए लोकतंत्र की कुर्बानी दी जा रही है।

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    फोटो - पीटीआई

    बिहार में बना था चुनावी मुद्दा

    बता दें कि बिहार में SIR की प्रक्रिया को रोकने के लिए विपक्ष ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया था। सुप्रीम कोर्ट में जाने से लेकर धरना प्रदर्शन तक विपक्ष की सारी कोशिशें नाकाम नहीं। विपक्ष के विरोध पर प्रतिक्रिया देते हुए चुनाव आयोग ने बताया कि मतदाता सूची समय-समय पर अपडेट की जाती रही है। यह पहली बार नहीं हो रहा है।

    क्यों हो रहा है SIR?

    चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल के अलावा उत्तर पूर्वी राज्यों समेत 11 राज्यों में SIR करवाने का आदेश दिया है। इनमें कई राज्य म्यांमार और बांग्लादेश से सीमा साझा करते हैं, जिसके कारण भारी संख्या में अवैध शरणार्थी भारत में चोरी-छिपे घुसपैठ करते हैं। यही नहीं, फर्जी दस्तावेजों के आधार पर ये घुसपैठिए देश के मतदाता बन जाते हैं। उनकी पहचान करने के लिए चुनाव आयोग ने SIR शुरू किया है।

    TMC ने बुलाई बैठक

    पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने भी SIR के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। TMC के प्रधान सचिव अभिषेक बनर्जी ने SIR पर बातचीत के लिए बैठक बुलाई है। इस दौरान ममता बनर्जी मतुआ समुदाय के लोगों से बात करके उन्हें SIR से जुड़ी जानकारी देंगी, जिससे कोई भी वैध मतदाता सूची से बाहर न हो जाए।

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