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    'EC की छवि खराब कर रहे राहुल गांधी', 272 रिटायर्ड जजों और ब्यूरोक्रेट्स की खुली चिट्ठी

    Updated: Wed, 19 Nov 2025 12:38 PM (IST)

    देश के 272 नागरिकों ने, जिनमें सेवानिवृत्त न्यायाधीश, नौकरशाह और सशस्त्र बल अधिकारी शामिल हैं, एक खुले पत्र में कांग्रेस पार्टी द्वारा चुनाव आयोग को बदनाम करने के प्रयासों की आलोचना की है। उन्होंने संवैधानिक संस्थाओं की गरिमा बनाए रखने का आह्वान किया है।

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     राहुल गांधी के खिलाफ खुली चिट्ठी में चुनाव आयोग पर हमले की बात लिखी गई है। (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के 272 नागरिकों ने एक खुला पत्र लिखकर विपक्ष के नेता और कांग्रेस पार्टी की ओर से भारत के चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्थाओं को कथित तौर पर बदनाम करने के प्रयासों की निंदा की है।

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    इनमें 16 न्यायाधीश, 123 सेवानिवृत्त नौकरशाह और 133 सेवानिवृत्त सशस्त्र बल अधिकारी शामिल हैं। 

     

     

    'संस्थाओं पर हमला हो रहा है'

    पत्र में लिखा है, "हम, सिविल सोसाइटी के वरिष्ठ नागरिक, इस बात पर गहरी चिंता व्यक्त करते हैं कि भारत के लोकतंत्र पर बल प्रयोग से नहीं, बल्कि उसकी आधारभूत संस्थाओं के विरुद्ध जहरीली बयानबाजी की बढ़ती लहर से हमला हो रहा है। कुछ राजनेता, वास्तविक नीतिगत विकल्प प्रस्तुत करने के बजाय, अपनी नाटकीय राजनीतिक रणनीति के तहत भड़काऊ लेकिन निराधार आरोपों का सहारा लेते हैं।"

    पत्र में आगे लिखा है, "भारतीय सशस्त्र बलों के पराक्रम और उपलब्धियों पर सवाल उठाकर और न्यायपालिका, संसद और उसके संवैधानिक पदाधिकारियों की निष्पक्षता पर सवाल उठाकर उन्हें कलंकित करने के उनके प्रयासों के बाद, अब भारत के चुनाव आयोग की बारी है कि उसकी ईमानदारी और प्रतिष्ठा पर व्यवस्थित और षड्यंत्रकारी हमले हों।"

    'विपक्ष के नेता ने चुनाव आयोग पर बार-बार हमला किया'

    खुले खत में आगे लिखा, "लोकसभा में विपक्ष के नेता ने चुनाव आयोग पर बार-बार हमला किया है और कहा है कि उनके पास इस बात के स्पष्ट प्रमाण हैं कि चुनाव आयोग वोटों की चोरी में शामिल है और उन्होंने दावा किया है कि उनके पास 100 प्रतिशत सबूत हैं।"

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