Rahul Gandhi Birthday: जब राहुल गांधी को अपनी जिंदगी में करना पड़ा था दो सबसे बड़ी ट्रैजिडी का सामना
Rahul Gandhi Birthday शुरुआती दिनों में राहुल गांधी को कभी भी सार्वजनिक रूप से मीडिया के सामने पेश नहीं किया गया। वह अपने परिवार खासकर अपनी मां सोनिया गांधी की कड़ी देखरेख में पले-बढ़े। राहुल गांधी का पूरा ध्यान अपनी पढ़ाई पूरी करने पर था।

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Happy Birthday Rahul Gandhi: दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बेटे, भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पोते और भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के परपोते राहुल गांधी का आज जन्मदिन है। 19 जून 1970 को राहुल गांधी का जन्म दिल्ली में हुआ। उन्होंने अपने शुरुआती बचपन के दिन भारत के राजनीतिक केंद्र दिल्ली और हिमालय की घाटी और शिवालिक के बीच स्थित देहरादून शहर में बिताए।
दिग्गज परिवार में हुआ जन्म
राहुल गांधी और उनका परिवार किसी पहचान का मोहताज नहीं है। स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू उनके परनाना थे। वहीं, देश की पहली और एकमात्र महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जो एक बहुत ही प्रभावशाली और शक्तिशाली महिला थीं, उनकी दादी थीं।
राहुल गांधी स्वर्गीय राजीव गांधी और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के बेटे हैं। वह फिरोज गांधी और इंदिरा गांधी के पोते हैं। उनके चाचा स्वर्गीय संजय गांधी भी एक राजनीतिज्ञ थे। उनकी चाची, मेनका गांधी और चचेरे भाई, वरुण गांधी भारतीय जनता पार्टी में अग्रणी राजनेता हैं।
कौन हैं बड़े, राहुल गांधी या प्रियंका?
शुरुआती दिनों में राहुल गांधी को कभी भी सार्वजनिक रूप से मीडिया के सामने पेश नहीं किया गया। वह अपने परिवार खासकर अपनी मां सोनिया गांधी की कड़ी देखरेख में पले-बढ़े। राहुल गांधी का पूरा ध्यान अपनी पढ़ाई पूरी करने पर था। राहुल गांधी अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा से बड़े हैं। प्रियंका का जन्म 12 जनवरी, 1972 को हुआ है और वह अभी 51 साल की है। वहीं, राहुल का जन्म 19 जून, 1970 को हुआ और आज वह 53 साल के हो गए है।
नाम | राहुल गांधी |
जन्म की तारीख | 19 June 1970 |
जन्म स्थान | दिल्ली |
उम्र | 53 |
शिक्षा | 1995 में ट्रिनिटी कॉलेज, कैम्ब्रिज से एम.ए. एम.फिल |
पिता का नाम | राजीव गांधी |
मां का नाम | सोनिया गांधी |
बहन | प्रियंका गांधी वाड्रा |
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
पेशा | राजनीतिज्ञ |
राजनीतिक दल | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
महत्वपूर्ण उपलब्धियां | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष रहे भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रहे भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ के अध्यक्ष रहे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव रहे संसद के सदस्य रहे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उपाध्यक्ष रहे |
राहुल का नाम बदलकर क्यों रखा गया 'राउल विंची'
राहुल गांधी ने 1981 से 1983 तक देहरादून, उत्तराखंड में द दून स्कूल में प्रवेश करने से पहले सेंट कोलंबा स्कूल, दिल्ली में पढ़ाई की। इंदिरा गांधी की हत्या के बाद, सुरक्षा कारणों को देखते हुए राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका को होम-स्कूल किया गया।
1989 में राहुल ने सेंट स्टीफन कॉलेज, दिल्ली में प्रवेश लिया और एक साल बाद वह हार्वर्ड विश्वविद्यालय चले गए। 1991 में जब राजीव गांधी की हत्या कर दी गई तो सुरक्षा कारणों से उन्हें अमेरिका के फ्लोरिडा में रॉलिन्स कॉलेज में शिफ्ट कर दिया गया। राहुल को अपनी पहचान गुप्त रखने के लिए 'राउल विंची' नाम का इस्तेमाल करना पड़ा।
राहुल गांधी की जिदंगी की सबसे बड़ी दो ट्रैजिडी
राहुल गांधी को अपनी जिंदगी में अब तक के दो सबसे बड़े ट्रैजिडी का सामना करना पड़ा था। जब वह महज 14 वर्ष के थे तो उनकी दादी यानी इंदिरा गांधी की हत्या कर दी गई थी। जब वह 21 साल के हुए तो 21 मई, 1991 को उनके पिता राजीव गांधी की हत्या कर दी गई।
जब राहुल गांधी की राजनीति में हुई एंट्री
- मार्च, 2004 में राहुल गांधी की एंट्री भारतीय राजनीति में हुई। अपने पिता राजीव गांधी के अमेठी, उत्तर प्रदेश के निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़कर राहुल गांधी ने शानदार जीत हासिल की।
- पार्टी सचिवालयों के पुनर्गठन के दौरान, राहुल गांधी को 24 सितंबर को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव के रूप में नियुक्त किया गया था।
- राहुल गांधी ने भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ और भारतीय युवा कांग्रेस की जिम्मेदारी भी संभाली।
- 2009 के आम चुनावों में, राहुल गांधी ने अमेठी निर्वाचन क्षेत्र से अपनी लोकसभा सीट बरकरार रखी।
- जनवरी 2013 में, उन्हें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था।
- 11 मई 2011 को, उन्हें पुलिस द्वारा विरोध करने वाले किसानों को समर्थन देने के लिए गिरफ्तार किया गया था।
- 2014 के आम चुनावों में, राहुल गांधी ने अमेठी निर्वाचन क्षेत्र से अपनी लोकसभा सीट बरकरार रखी।
- दिसंबर 2017 में अपनी मेहनत और लगन से उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष का पद हासिल किया।
- 3 जुलाई 2019 को, राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव हारने के बाद आधिकारिक रूप से कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।
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