राष्ट्रपति मुर्मु ने अंगरक्षकों को किया सम्मानित, तीनों सेनाओं के प्रमुखों से भी मुलाकात की
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक भव्य समारोह में राष्ट्रपति अंगरक्षक (पीबीजी) को डायमंड जुबली सिल्वर ट्रम्पेट और ट्रम्पेट बैनर प्रदान किया। यह सम्मान पीबीजी को उसकी 1950 में राष्ट्रपति अंगरक्षक के रूप में नामित होने के बाद 75 वर्षों की गौरवशाली सेवाओं के लिए दिया गया। बेहतरीन सैन्य परंपराओं के पालन के लिए बधाई दी।

पीटीआई, नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक भव्य समारोह में राष्ट्रपति अंगरक्षक (पीबीजी) को डायमंड जुबली सिल्वर ट्रम्पेट और ट्रम्पेट बैनर प्रदान किया। यह सम्मान पीबीजी को उसकी 1950 में राष्ट्रपति अंगरक्षक के रूप में नामित होने के बाद 75 वर्षों की गौरवशाली सेवाओं के लिए दिया गया।
समारोह के दौरान 2022 में सेवा से संन्यास लेने वाला वीराट (राष्ट्रपति के अंगरक्षक का विशिष्ट घोड़ा) भी विशेष रूप से मौजूद रहा। संन्यास के बाद पीबीजी ने वीराट को अपने साथ अपनाया हुआ है। यह सैनिकों और उनके घोड़ों के बीच गहरे संबंध का प्रतीक माना जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 26 जनवरी, 2022 को गणतंत्र दिवस परेड में इस घोड़े की पीठ थपथपाई थी।
समारोह में राष्ट्रपति ने कहा, हम सभी को पीबीजी पर गर्व है और उन्होंने भारतीय सेना की सबसे वरिष्ठ रेजिमेंट को उसकी पेशेवर उत्कृष्टता और बेहतरीन सैन्य परंपराओं के पालन के लिए बधाई दी।
राष्ट्रपति ने सीडीएस और तीनों सेनाओं के प्रमुखों से की मुलाकात राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मंगलवार को सीडीएस जनरल अनिल चौहान और तीनों सेना के प्रमुखों से मुलाकात की।
राष्ट्रपति कार्यालय ने एक्स पर एक पोस्ट में बैठक की तस्वीरें साझा कीं। थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की।
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