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    4 हजार जवान तैनात, 70 चेकिंग प्वाइंट... ग्वालियर में आंदोलन को लेकर अलर्ट मोड में पुलिस

    Updated: Wed, 15 Oct 2025 09:21 AM (IST)

    डॉ. आंबेडकर पर विवादित बयान के बाद दलित संगठनों के आंदोलन के ऐलान पर सवर्ण समाज की चुनौती को देखते हुए ग्वालियर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। शहर में 4 हजार जवान तैनात हैं और 70 चेकिंग प्वाइंट बनाए गए हैं। प्रशासन ने दोनों पक्षों से प्रदर्शन न करने की सहमति ली है, फिर भी सीमाओं पर नाकाबंदी की गई है और सोशल मीडिया पर निगरानी रखी जा रही है।

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    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। डॉ. आंबेडकर पर विवादित बयान के बाद अनुसूचित जाति संगठनों की ओर से आज यानी 15 अक्टूबर 2025 को आंदोलन के ऐलान के बाद इसके जवाब में सवर्ण समाज की ओर से चुनौती से बनी स्थिति को लेकर कड़े बंदोबस्त किए गए हैं।

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    शहर की सड़कों पर 4 हजार जवानों की तैनाती की गई है। चेक पोस्ट से लेकर बाजारों तक में चेकिंग की जा रही है। आईजी-डीआईजी और एसएसपी भी आंदोलन को देखते हुए सभी इलाकों में नजर रख रहे हैं। भले ही प्रशासन की पहल के बाद दोनों पक्षों ने किसी भी प्रकार के प्रदर्शन न करने पर सहमति दी है। लेकिन प्रशासन किसी भी प्रकार की चूक व ढिलाई नहीं बरतना चाहता।

    यही वजह है कि पुलिस और प्रशासन संशय की स्थिति में है। इसके चलते ऐहतियात के तौर पर छह जिलों की सीमाओं पर नाकाबंदी कर रखी है। वहीं शहर के अंदर तक सड़कों पर करीब जवान बलवा किट के साथ किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। 70 चेकिंग प्वाइंट बनाए गए हैं।

    बाहरी गाड़‍ियों पर विशेष निगाह रखी जा रही

    शहर के चेक पोस्ट को सील कर दिया गया है। सवारी वाहनों से लेकर बाहर के नंबर की गाड़ियों पर विशेष निगाह रखी जा रही है। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड पर भी बाहर से आने वाले यात्रियों से पूछताछ चल रही है। शहर में आने की वजह पूछी जा रही है। फेसबुक पोस्ट और वाट्सएप ग्रुप पर भड़काऊ संदेश, पोस्ट, वीडियो डालकर आंदोलन को हवा देने की कोशिश कर रहे दोनों ही पक्षों के कुछ चेहरों को रडार पर लिया गया है। पुलिस की तैयारी पूरी है। अगर किसी भी सूरत में शहर का माहौल बिगाड़ने का प्रयास किसी ने किया तो सख्ती से निपटा जाएगा।

    प्रदर्शन न करने पर जताई थी सहमति

    बता दें कि अधिवक्ता अनिल मिश्रा द्वारा डॉ. आंबेडकर पर टिप्पणी की गई थी, जिसके विरोध में एससी-एसटी वर्ग के संगठन आ गए। वहीं मिश्रा पर एफआइआर के विरोध में अधिवक्ताओं व सवर्ण संगठनों ने प्रदर्शन किया व अफसरों के पुतले फूंके। इसी बीच दोनों पक्षों ने 15 अक्टूबर को आंदोलन करने का दावा किया था फिर सोमवार को प्रशासन के साथ दोनों पक्षों ने बैठक करके प्रदर्शन न करने की सहमति दी थी।

    इन जिलों की सीमाओं तक चेकिंग: आइजी अरविंद सक्सैना ने बताया कि उन्होंने चंबल के मुरैना, भिंड व ग्वालियर रेंज के ग्वालियर सहित अशोकनगर, गुना, शिवपुरी के पुलिस अधीक्षकों से बात की और चेकिंग पाइंट लगवाए हैं। यहां ग्वालियर की ओर जाने वाले लोगों से पूछताछ की जा रही है। जिससे किसी भी तरह से असामाजिक तत्व ग्वालियर न पहुंच सके।

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