कालेज छात्रा के सामने मास्टरबेट करने वाले को पुलिस ने 100 दिनों के बाद पकड़ा, पीड़िता ने किया भावुक पोस्ट
पीड़िता ने कहा कि मैंने घटना के बाद हार मान ली थी लेकिन गामदेवी पुलिस स्टेशन के लोगों ने ऐसा नहीं किया। मैं मुंबई पुलिस के सभी प्रयासों के लिए आभारी हूं और वे मेरी शिकायत को लेकर नए आइडिया के साथ आते थे।
मुंबई, मिड डे। पुलिस महिला अपराधों को लेकर काफी संवेदनशील है, यह आपको इस घटना से पता चलता है। कालेज जाने वाली लड़की के सामने मास्टरबेट करने वाले आरोपी को गमदेवी पुलिस ने करीब 100 दिनों के बाद गिरफ्तार किया है। इसके लिए पुलिस ने दो हजार से अधिक पर्चे प्रकाशित किए। आरोपी ने अपने कुत्ते के साथ टहलने निकली लड़की के सामने ऐसी हरकत की। पीड़ितों ने मुंबई पुलिस के लिए एक संदेश लिखा है 'जिसमें कहा गया है कि यदि आप कभी भी इसी तरह की घटना की रिपोर्ट करने से हिचकिचाते हैं या आश्चर्य करते हैं कि क्या इसके साथ पुलिस जाने का कोई मतलब है, तो मैं आपको ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करते हूं।
कुत्ते के साथ टहलने के दौरान हुई घटना
मुंबई पुलिस के अधिकारी के मुताबिक, 17 जून को शाम करीब साढ़े छह बजे एक शख्स ने 23 साल की कालेज छात्रा के सामने अपने कपड़े उतारकर मास्टरबेट किया, जो कुत्ते के साथ कैनेडी ब्रिज के नीचे टहल रही थी। लेकिन किसी ने मदद नहीं की क्योंकि आरोपी मौके से फरार हो गए। बाद में घटना की सूचना गामदेवी पुलिस स्टेशन को दी गई, जिसने आईपीसी की धारा 509 के तहत प्राथमिकी दर्ज की।
500 से अधिक सीसीटीवी फुटेज को किया स्कैन
जोन 02 के डीएसपी नीलोत्पल ने कहा कि मुंबई पुलिस ने इलाके के 500 से अधिक सीसीटीवी फुटेज को स्कैन किया। बहुत धुंधले फुटेज के अलावा कुछ भी नहीं मिला, जहां आरोपी की पहचान साफ नहीं थी। फिर हजारों पैम्फलेट बनाए गए और उन्हें सभी सार्वजनिक स्थानों जैसे रेलवे , बसें और स्लम एरिया में में लगाए गए। ”
वारदात के बाद आरोपी भाग गया था यूपी
नीलोत्पल ने आगे कहा कि पुलिस के आरोपी को पकड़ने के लगातार प्रयास के चलते गामदेवी पुलिस अधिकारी संदीप माने को एक स्थानीय शख्स का फोन आया कि पर्चे में दिखाया गया वांछित आरोपी डीबी मार्ग और वीपी रोड पर देखा गया है। आरोपी को बुधवार को पकड़ा गया। आरोपी की उम्र 30 साल है और वह भदोही उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। वह पेंटर का काम करता था और मुंबई के फुटपाथों पर रहता था। घटना के बाद वह यूपी भाग गया था। बहुत धुधले सीसीटीवी फुटेज से उम्मीद नहीं थी।
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घटना के बाद पीड़िता से मिले थे अधिकारी
नीलोत्पल ने यह भी कहा कि मुंबई पुलिस आयुक्त विवेक फनसालकर के निर्देश पर पीड़िता से मिला गया। वह सितंबर में पीड़िता से मिले थे और लड़की को जल्द आरोपी को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया। आरोपी को गिरफ्तार किए जाने की सूचना मिलने के बाद महिलाओं ने मुंबई पुलिस की ओर से एक भावनात्मक संदेश दिया है। पीड़िता ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट किया है कि कुछ महीने पहले मेरे साथ यौन उत्पीड़न की घटना हुई थी। यह वारदात मेरे दैनिक सैर पर मेरे परिचित क्षेत्र में और मेरे घर के पास हुआ। घटना के बाद मैं बर्फ सी जम गई और मदद के लिए लोगों को पुकारा लेकिन तब तक आरोपी जा चुका था।
काफी कम जानकारी के बाद भी पुलिस ने आरोपी को ढूंढ निकाला
उसने आगे कहा कि हालांकि मैं पूरी तरह से प्रासंगिक जानकारी नहीं दे सकी या व्यक्ति के बारे में बहुत अच्छी तरह से नहीं बता सकी। गामदेवी पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने सुनिश्चित किया कि मैं बोलने में काफी सहज हूं। पुलिस अधिकारियों ने आरोपी को खोजने के लिए पेट्रोलिंग कारें भी भेजीं, लेकिन सफल नहीं हुई। ईमानदारी से मैंने सोचा कि उस समय मैं जो जानकारी पुलिस को दी, वह कितनी अस्पष्ट थी।
घटना के लगभग 5 महीने बाद पुलिस ने आरोपी को पकड़ा
बयान में आगे कहा गया कि पुलिस उसी रात घटनास्थल पर दिखाई दी। पुलिस ने उस क्षेत्र, घटना की जगह, आरोपी जिस ओर भाग सकता था का निरीक्षण किया। महीनों तक लगातार कार्रवाई और धुंधली सीसीटीवी फुटेज की पहचान करने के लिए कहा गया। मुझे डर था कि कहीं मैं भूल न जाऊं कि वह आदमी कैसा दिखता है और इस सब से कभी कुछ नहीं निकलेगा। बुधवार को घटना के लगभग 5 महीने बाद गामदेवी पुलिस स्टेशन के संदीप माने ने आदमी की तस्वीरों के साथ मुझसे संपर्क किया। उन्हें यकीन था कि वह सही व्यक्ति है। जब मैंने फोटो को देखा, तो वह क्लिक कर गया।
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पीड़िता अन्य महिलाओं को दिया प्रोत्साहित करने वाला संदेश
पीड़िता ने कहा कि मैंने घटना के बाद हार मान ली थी, लेकिन गामदेवी पुलिस स्टेशन के लोगों ने ऐसा नहीं किया। मैं मुंबई पुलिस के सभी प्रयासों के लिए आभारी हूं और वे मेरी शिकायत को लेकर नए आइडिया के साथ आते थे। पुलिस लगातार कार्रवाई के साथ कितनी मेहनती थी। जब तक वे उस व्यक्ति को नहीं ढूंढ लिया, तब तक वे नहीं रुके। यदि आप कभी भी इसी तरह की घटना की रिपोर्ट करने में खुद को झिझकते हुए पाते हैं या आश्चर्य करते हैं कि क्या इसके साथ पुलिस के पास जाने का कोई मतलब है, तो मैं आपको ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करते हूं। आप तत्काल रिजल्ट की उम्मीद नहीं कर सकते हैं, लेकिन आप अथक और लगातार प्रयासों की उम्मीद कर सकते हैं जो आपको अगली बार अकेले बाहर निकलने पर अधिक सुरक्षित और अधिक आत्मविश्वास महसूस कराएंगे।