'नेहरू से जुड़े दस्तावेज वापस लौटाएं सोनिया गांधी', PMML ने राहुल गांधी को लिखी चिट्ठी
प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय (PMML) सोसाइटी के सदस्य रिजवान कादरी ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने राहुल गांधी से दस्तावेजों को वापस देने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि ये दस्तावेज भारत के इतिहास के महत्वपूर्ण पहलू हैं और इन्हें कथित तौर पर कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी के आदेश पर संग्रहालय से वापस ले लिया गया था।
एएनआई, अहमदाबाद (गुजरात)। प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय (पीएमएमएल) सोसाइटी के सदस्य रिजवान कादरी ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को पत्र लिखा है।
उन्होंने पत्र लिखकर दस्तावेजों को वापस देने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि ये दस्तावेज भारत के इतिहास के महत्वपूर्ण पहलू हैं और इन्हें कथित तौर पर कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी के आदेश पर संग्रहालय से वापस ले लिया गया था।
एएनआई से बात करते हुए कादरी ने कहा कि उन्होंने सितंबर में सोनिया गांधी को एक पत्र लिखकर उनसे दस्तावेज संस्था को वापस लौटाने का अनुरोध किया था।
सोनिया गांधी ने नहीं दिया पत्र का जवाब
उन्होंने कहा, सितंबर 2024 में मैंने सोनिया गांधी को एक पत्र लिखा था जिसमें अनुरोध किया गया था कि लगभग आठ अलग-अलग खंडों से 51 कार्टून, जो प्रधानमंत्री संग्रहालय (पूर्व में नेहरू मेमोरियल) में नेहरू संग्रह का हिस्सा थे, या तो संस्थान को वापस कर दिए जाएं या हमें उन्हें स्कैन करने की अनुमति दी जाए या उनकी स्कैन की गई प्रतियां प्रदान की जाएं। इससे हमें उनका अध्ययन करने और विभिन्न विद्वानों द्वारा शोध करने में सुविधा होगी।
रिजवान कादरी ने कहा, "इनमें पंडित जवाहरलाल नेहरू और लेडी माउंटबेटन के बीच हुए महत्वपूर्ण पत्राचार के साथ-साथ पंडित गोविंद बल्लभ पंत, जयप्रकाश नारायण और अन्य के साथ आदान-प्रदान किए गए पत्र भी शामिल हैं। ये पत्र भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और सोनिया गांधी के निर्देश पर 2008 में संग्रहालय से निकाले गए अभिलेखों से यह साबित हो चुका है।
उन्होंने यह भी बताया कि सोनिया गांधी से कोई जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने इस संबंध में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को एक और पत्र लिखा।
अब कादरी ने लिखा राहुल गांधी को पत्र
कादरी ने कहा, चूंकि उनसे कोई जवाब नहीं मिला, इसलिए मैंने विपक्ष के नेता राहुल गांधी से इन सामग्रियों को वापस लाने में मदद करने का अनुरोध किया है। मैंने उनसे यह भी आग्रह किया है कि वे इस बात पर विचार करें कि ये दस्तावेज देश की विरासत का हिस्सा हैं और भारत के इतिहास का एक महत्वपूर्ण पहलू है। जब तक हम इन सामग्रियों को नहीं देख लेते, तब तक हम उनके वापस लिए जाने के कारणों का पता नहीं लगा सकते हैं। उन्हें हटाए जाने के पीछे कुछ आपत्तिजनक सामग्री रही होगी।
भारतीय जनता पार्टी के सांसद संबित पात्रा ने भी इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह "दिलचस्प" है।
पात्रा ने एक्स पर कहा, आज जो प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय है और पहले नेहरू संग्रहालय और पुस्तकालय था, वहां से तत्कालीन यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नेहरू द्वारा "एडविना माउंटबेटन" सहित विभिन्न हस्तियों को लिखे गए पत्रों के 51 कार्टून ले लिए! पीएमएमएल की हाल ही में संपन्न एजीएम में सदस्यों में से एक, रिजवान कादरी ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी को पत्र लिखा और अपनी मां सोनिया गांधी से पत्र वापस पाने में उनकी मदद मांगी!
संबित पात्रा ने उठाए सवाल
भाजपा सांसद ने कहा, मेरे लिए यह जानना दिलचस्प है कि नेहरू जी ने एडविना माउंटबेटन को क्या लिखा होगा जिसे सेंसर करने की जरूरत पड़ी और क्या नेता प्रतिपक्ष राहुल नेहरू और एडविना के बीच हुए पत्रों को वापस लाने में मदद करेंगे!
नई दिल्ली में तीन मूर्ति परिसर में स्थित नेहरू संग्रहालय स्मारक एवं पुस्तकालय प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का आधिकारिक निवास था और इसे उनकी स्मृति में केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त संस्थान के रूप में स्थापित किया गया था।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।