नेशनल हाईवे, आईटी हब, रेल नेटवर्क... पीएम मोदी का पूर्वोत्तर दौरा; किन परियोजनाओं की देंगे सौगात?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्वोत्तर दौरे से क्षेत्र के विकास को नई दिशा मिलेगी। वे मिजोरम मणिपुर और असम में 46000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। मिजोरम को पहली बार रेलवे लाइन से जोड़ा गया है। बैराबी-सायरंग रेल लाइन का उद्घाटन होगा जिससे आइजोल दिल्ली कोलकाता और गुवाहाटी से जुड़ेगा। इससे व्यापार संपर्क और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

अरविंद शर्मा, जागरण। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पूर्वोत्तर दौरा क्षेत्र के विकास की तस्वीर को नया आयाम दे सकता है। पीएम 13-14 सितंबर के अपने दौरे में वे मिजोरम, मणिपुर और असम में कुल 46000 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।
इन योजनाओं का फोकस कनेक्टिविटी, ऊर्जा और औद्योगिक ढांचे पर है, जो पूर्वोत्तर को राष्ट्रीय विकास की मुख्यधारा से जोड़ने में निर्णायक साबित होंगी। साथ ही व्यापार, संपर्क और रोजगार के अवसरों के नए द्वार खुलेंगे। सबसे अहम सौगात मिजोरम को मिलने जा रही है जहां पहली बार राजधानी आइजोल को रेल नेटवर्क से जोड़ा गया है।
बैराबी-सायरंग नई रेलवे लाइन का उद्घाटन
प्रधानमंत्री शनिवार को बैराबी-सायरंग नई रेलवे लाइन का उद्घाटन करेंगे। 8,071 करोड़ की लागत से तैयार यह 51.38 किलोमीटर लंबी रेल लाइन इंजीनियरिंग की अद्भुत मिसाल है। राजधानी एक्सप्रेस समेत तीन नई ट्रेनों की शुरुआत से मिजोरम के लोगों को सुरक्षित और तेज यात्रा का विकल्प मिलेगा। अब आइजोल सीधे दिल्ली, कोलकाता एवं गुवाहाटी से जुड़ जाएगा।
रेल लाइन का विस्तार म्यांमार सीमा तक करने की योजना
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मिजोरम की अर्थव्यवस्था अब तक सड़क परिवहन पर निर्भर थी। सीमित मार्ग और पहाड़ी इलाका हमेशा चुनौती बने रहे। नई रेल लाइन से यह समस्या खत्म होगी और खाद्यान्न, उर्वरक एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुचारु होगी। इससे परिवहन लागत घटेगी और शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार तथा पर्यटन में नई गति आएगी। इस रेल लाइन का विस्तार म्यांमार सीमा तक करने की योजना है।
ऐसा होने पर पूर्वोत्तर न केवल देश के अन्य हिस्सों से बल्कि दक्षिण-पूर्व एशिया से भी मजबूत रूप से जुड़ जाएगा। इससे अंतरराष्ट्रीय व्यापार और सीमा पार सहयोग के नए अवसर पैदा होंगे। इस लाइन से स्थानीय उद्योगों, खासकर बांस आधारित उत्पाद, बागवानी और हैंडीक्राफ्ट को बड़ी राहत मिलेगी, क्योंकि अब उत्पाद आसानी से देश के बड़े बाजारों तक पहुंच सकेंगे।
मणिपुर और असम को भी बड़ी योजनाएं
प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर में 7,300 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और 1,200 करोड़ रुपये से ज्यादा की योजनाओं का उद्घाटन करेंगे। इनमें राष्ट्रीय राजमार्ग, शहरी सड़कें, आईटी हब और महिलाओं के लिए विशेष बाजार जैसी योजनाएं शामिल हैं।
इनसे राज्य की सामाजिक-आर्थिक संरचना को मजबूती मिलेगी और युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। जबकि रविवार को असम में प्रधानमंत्री 18,530 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इसमें गुवाहाटी रिंग रोड, ब्रह्मपुत्र नदी पर कुरुवा-नरेंगी पुल, दरांग मेडिकल कालेज और नुमालीगढ़ रिफाइनरी में बायो-एथेनाल संयंत्र जैसी परियोजनाएं कनेक्टिविटी और स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करेंगी।
पूर्वोत्तर के लिए नई सोच
पहाड़ों, घाटियों और सीमावर्ती भौगोलिक स्थिति के कारण पूर्वोत्तर लंबे समय तक बाकी देश से अलग-थलग पड़ा रहा। केंद्र सरकार का प्रयास है कि इस क्षेत्र को कनेक्टिविटी, ऊर्जा और औद्योगिक निवेश के गलियारे में बदला जाए।
कुतुबमीनार से ऊंचे पुल वाली रेल लाइन
बैराबी-सायरंग रेल लाइन मिजोरम की नई जीवनरेखा है। इस परियोजना में 48 सुरंगें, 55 बड़े पुल और 87 छोटे पुल शामिल हैं। इनमें से एक पुल 114 मीटर ऊंचा है, जो कुतुबमीनार से भी ऊंचा है। यह तकनीकी चमत्कार न केवल आधुनिक इंजीनियरिंग का उदाहरण है बल्कि कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में भी विकास की राह बनाने का प्रतीक है।
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