क्या बैंकॉक में होगी PM मोदी और मोहम्मद यूनुस की मुलाकात? बांग्लादेश के अनुरोध पर आया एस जयशंकर का जवाब
PM Modi Muhammad Yunus Meeting विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार (22 मार्च) को संसदीय समिति की बैठक में बताया कि आगामी क्षेत्रीय समूह BIMSTEC समिट में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बैठक के अनुरोध पर विचार किया जा रहा है। बांग्लादेश ने भारत से दोनों नेताओं के बीच मुलाकात का अनुरोध किया है।
पीटीआई, नई दिल्ली। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस (PM Modi Muhammad Yunus Meeting) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की इच्छा जाहिर की। बांग्लादेश ने भारत से दोनों नेताओं के बीच मुलाकात का अनुरोध किया है। यह जानकारी खुद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दी है।
एस जयशंकर ने शनिवार (22 मार्च) को संसदीय समिति की बैठक में बताया कि आगामी क्षेत्रीय समूह BIMSTEC समिट में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बैठक के अनुरोध पर विचार किया जा रहा है।
समिति ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों पर चिंता जाहिर की
विदेश मामलों की संसदीय सलाहकार समिति की इस साल की पहली बैठक में कई सांसदों ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों पर चिंता जताई और पूछा कि इस संबंध में भारत क्या कदम उठा रहा है।
एस जयशंकर ने सदस्यों को बताया कि ढाका में अंतरिम सरकार ने दावा किया है कि हिंदुओं पर हमले "राजनीति से प्रेरित" थे। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सांसदों को बांग्लादेश, मालदीव, म्यांमार और श्रीलंका के साथ संबंधों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वह बाद में पाकिस्तान और चीन के बारे में अलग से बात करेंगे।
BIMSTEC में भाग ले सकते हैं पीएम मोदी
एस जयशंकर ने बैठक में यह भी कहा कि पाकिस्तान के रवैये के कारण सार्क (SAARC) निष्क्रिय है। वहीं, भारत बिम्सटेक (BIMSTEC) को मजबूत करने का प्रयास कर रहा है। सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी 2 से 4 अप्रैल तक बैंकॉक में होने वाले बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में भाग ले सकते हैं, लेकिन बैठक में उन्होंने इस यात्रा की पुष्टि नहीं की।
दोनों नेताओं की हो सकती है मुलाकात: विदेश मंत्री
उन्होंने बैठक में यह भी बताया कि प्रधानमंत्री मोदी अगले महीने श्रीलंका का दौरा करेंगे। सूत्रों ने बताया कि यह पूछे जाने पर कि क्या मोदी बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के दौरान मोहम्मद यूनुस से मिलेंगे और उनके साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे, इसपर जयशंकर ने कोई प्रतिबद्धता नहीं जताई और कहा कि इस पर विचार किया जा रहा है।
के सी वेणुगोपाल, मनीष तिवारी (दोनों कांग्रेस), प्रियंका चतुर्वेदी (शिवसेना-यूबीटी) और मुकुल वासनिक (कांग्रेस) सहित कई सांसदों ने हिंदुओं की लक्षित हत्याओं का मुद्दा उठाया और विदेश मंत्री से पूछा कि सरकार उन्हें रोकने के लिए क्या कर रही है।
बैठक में बांग्लादेश रहा बातचीत का मुख्य विषय
जयशंकर ने कहा कि सरकार बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के साथ विभिन्न स्तरों पर बातचीत कर रही है और इस मुद्दे को उठाया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसा करना जारी रखेगी। बांग्लादेश चर्चा का मुख्य विषय रहा और लगभग सभी सांसदों ने इस मुद्दे पर बातचीत की।
दक्षिण के सांसदों सहित कुछ सांसदों ने मछुआरों की आजीविका और श्रीलंका के साथ उनकी समस्याओं का मुद्दा भी उठाया। सदस्यों के एक वर्ग ने पाकिस्तान और म्यांमार दोनों से देश में ड्रग्स और हथियारों की तस्करी का मुद्दा भी उठाया।
विदेश मंत्री ने कहा कि सरकार इस मामले से अवगत है और संबंधित पक्षों के साथ इस मुद्दे को उठा रही है। इससे पहले, विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने बांग्लादेश, म्यांमार, मालदीव और श्रीलंका के साथ भारत के संबंधों पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी।
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