RSS ने कहा- बांग्लादेश के हिंदू हमारी जिम्मेदारी, मोदी सरकार के प्रयासों से संघ संतुष्ट
आरएसएस ने शनिवार को बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद कट्टरपंथी इस्लामी तत्वों द्वारा हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ कथित रूप से योजनाबद्ध हिंसा अन्याय और उत्पीड़न पर गंभीर चिंता व्यक्त की। बेंगलुरु में आरएसएस की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में पारित प्रस्ताव में मोदी सरकार से बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास जारी रखने को कहा गया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने शनिवार को कहा कि बांग्लादेश के हिंदू भारत की जिम्मेदारी हैं। हम इस जिम्मेदारी से बच नहीं सकते। हालांकि, शेख हसीना की सरकार के तख्ता पलट के बाद हिंदुओं के खिलाफ हिंसक घटनाओं से निपटने के लिए मोदी सरकार द्वारा किए गए प्रयासों से आरएसएस संतुष्ट है।
भाजपा के साथ टकराव की अटकलें खारिज
बेंगलुरु में आरएसएस की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में पारित प्रस्ताव में मोदी सरकार से बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास जारी रखने को कहा गया है। वहीं, आरएसएस ने भाजपा के साथ टकराव की अटकलों को खारिज कर दिया है।
बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ अन्याय
आरएसएस के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार ने साफ किया कि समाज और राष्ट्र के मुद्दों पर हम मिलकर काम करते हैं। बैठक में पारित प्रस्ताव की जानकारी देते हुए अरुण कुमार ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ अन्याय, प्रताड़ना और हिंसा सिर्फ सत्ता परिवर्तन की वजह से नहीं हुआ है, बल्कि यह एक सतत प्रक्रिया है।
प्रस्ताव में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा के पीछे बांग्लादेश की सरकार और संस्थाओं के समर्थन को लेकर गहरी चिंता जताई गई है। अरुण कुमार ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू विरोध को भारत विरोध बनाने की कोशिश की जा रही है। बांग्लादेश की स्थिति के लिए पाकिस्तान और अमेरिका के डीप स्टेट की भूमिका को भी रेखांकित किया गया है।
पूरी दुनिया में रहने वाले हिंदुओं को आगे आना होगा
बांग्लादेश में हिंदुओं को गरिमा और शांति के साथ जीवन जीने का हक दिलाने के लिए भारत सरकार के साथ-साथ सभी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और पूरी दुनिया में रहने वाले हिंदुओं को आगे आना होगा।
अरुण कुमार ने भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव जल्द होने का संकेत देते हुए कहा कि यह पार्टी का अंदरूनी मामला है। आरएसएस इसमें कोई दखल नहीं देता है। भाजपा में संगठनात्मक चुनावों की प्रक्रिया चल रही है और राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव उसके बाद जल्द होगा।
आरएसएस के कार्यों की समीक्षा और मूल्यांकन किया गया
उन्होंने कहा कि पहले और दूसरे दिन की बैठक में पिछले एक साल में आरएसएस के कार्यों की समीक्षा और मूल्यांकन किया गया। 100 साल पहले आरएसएस द्वारा शुरू किए गए राष्ट्र निर्माण और समाज को संगठित करने का काम सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। रविवार को सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले बैठक में हुई चर्चा और लिए गए फैसलों की पूरी जानकारी देंगे।
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