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    पीएम मोदी ने रखी पावरग्रिड की ट्रांसमिशन प्रणाली की आधारशिला

    Updated: Tue, 29 Jul 2025 08:18 PM (IST)

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के तूतीकोरिन में आयोजित एक समारोह में कुडनकुलम यूनिट-3 और 4 (2x1000 मेगावाट) बिजली संयंत्र से बिजली की निकासी के लिए भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के तहत महारत्न सीपीएसई पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (पावरग्रिड) द्वारा निर्मित किए जा रहे ट्रांसमिशन सिस्टम की आधारशिला रखी। इस दौरान केंद्र एवं राज्य सरकार और पावरग्रिड के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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    पीएम ने पावरग्रिड द्वारा निर्मित किए जा रहे ट्रांसमिशन सिस्टम की आधारशिला रखी।

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के तूतीकोरिन में आयोजित एक समारोह में कुडनकुलम यूनिट-3 और 4 (2x1000 मेगावाट) बिजली संयंत्र से बिजली की निकासी के लिए भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के तहत 'महारत्न' सीपीएसई, पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (पावरग्रिड) द्वारा निर्मित किए जा रहे ट्रांसमिशन सिस्टम की आधारशिला रखी। अंतर-राज्यीय ट्रांसमिशन सिस्टम (आईएसटीएस) परियोजना के तहत पावरग्रिड कुडनकुलम ट्रांसमिशन लिमिटेड द्वारा कार्यान्वित की जा रही इस योजना में 400 केवी डी/सी (क्वाड) कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र (3 और 4) - तूतीकोरिन- II जीआईएस पीएस ट्रांसमिशन लाइन और तूतीकोरिन- II जीआईएस में दो 400 केवी जीआईएस लाइन टर्मिनल उपकरणों का निर्माण शामिल है।

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    समारोह के दौरान तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि, केंद्रीय नागर विमानन मंत्री राममोहन नायडू किंजरापु, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और संसदीय कार्य राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन, राज्य के कृषि मंत्री थंगम थेनारासु, समाज कल्याण और महिला सशक्तिकरण मंत्री पी. गीता जीवन, सांसद कनिमोझी करुणानिधि के साथ ही केंद्र एवं राज्य सरकार और पावरग्रिड के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।

    यह परियोजना तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और पुडुचेरी सहित लाभार्थी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 2 गीगावाट स्वच्छ और विश्वसनीय परमाणु ऊर्जा की आपूर्ति में मदद करेगी, ताकि क्षेत्र की बढ़ती ऊर्जा माँगों को पूरा किया जा सके। यह पारेषण अवसंरचना 2030 तक 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म ईंधन ऊर्जा क्षमता प्राप्त करने के भारत के महत्वाकांक्षी लक्ष्य का भी समर्थन करती है, जो देश के एनर्जी ट्रांज़िशन, सुरक्षा और हरित भविष्य के प्रति प्रतिबद्धता में महत्वपूर्ण योगदान देगी।

    30 जून 2025 तक पावरग्रिड द्वारा 1,80,533 सर्किट किलोमीटर ट्रांसमिशन लाइनों, 284 उप-केंद्रों और 5,66,831 एमवीए की ट्रांफॉर्मेशन क्षमता को कमीशन कर संचालित किया जा रहा है। नवीनतम तकनीकी उपकरणों व तकनीकों को अपनाने तथा स्वचालन और डिजिटल समाधानों के उन्नत उपयोग से पावरग्रिड 99.84% से अधिक की औसत ट्रांसमिशन सिस्टम उपलब्धता बनाए रखने में सक्षम रहा है।