भारत ने खुले मन से खोल रखे हैं दुनिया के लिए दरवाजे, वर्ल्ड फूड इंडिया के शुभारंभ में बोले पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ल्ड फूड इंडिया के चौथे संस्करण का शुभारंभ करते हुए निवेशकों को भारत में निवेश का विस्तार करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि भारत ने दुनिया के लिए अपने दरवाजे खोल रखे हैं और ग्लोबल फूड सिक्योरिटी में लगातार सहयोग कर रहा है। पीएम ने कृषि और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में भारत की विविधताओं और प्रोत्साहनकारी नीतियों पर प्रकाश डाला।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। वर्ल्ड फूड इंडिया के चौथे संस्करण का शुभारंभ करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यहां आए दुनिया भर के निवेशकों को आश्वस्त करते हुए लाल किले से कही गई अपनी बात दोहराई कि भारत में अपने निवेश का विस्तार करने का यही समय है, सही समय है। देश की कृषि और खान-पान से जुड़ी विविधताओं सहित सरकार की प्रोत्साहनकारी नीतियों को विस्तार से प्रस्तुत करने के साथ ही उन्होंने कहा कि दुनिया के सामने जब-जब, जो-जो चुनौतियां आई हैं, भारत ने आगे बढ़कर सकारात्मक भूमिका निभाई है।
ग्लोबल फूड सिक्योरिटी में भी हमारा देश लगातार सहयोग दे रहा है। पीएम ने फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री से जुड़े निवेशकों को आमंत्रित करते हुए कहा कि भारत ने खुले मन से दुनिया के लिए अपने दरवाजे खोल रखे हैं। नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में गुरुवार से शुरू हुए चार दिवसीय वल्र्ड फूड इंडिया की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी ने 26 हजार लाभार्थियों को क्रेडिट लिंक सब्सिडी के वर्चुअल वितरण से की।
वर्ल्ड फूड इंडिया कांटेक्ट, कनेक्ट और क्रिएटिविटी का आयोजन- पीएम
उन्होंने आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि वर्ल्ड फूड इंडिया एक नए कांटेक्ट, कनेक्ट और क्रिएटिविटी का आयोजन बन गया है। भारत में निवेश की संभावनाओं को रेखांकित करते हुए कहा कि निवेशक निवेश से पहले प्राकृतिक क्षमता को देखता है। भारत की तरफ भी फूड प्रोसेसिंग सेक्टर से जुड़ा निवेशक उम्मीद से देखता है, क्योंकि भारत के पास डायवर्सिटी, डिमांड और स्केल की तिहरी शक्ति है। यहां हर अनाज, फल व सब्जी की पैदावार होती है। इस विविधता की वजह से भारत दुनिया में खास है। हर 100 किलोमीटर पर हमारे यहां खाना और खाने का स्वाद बदल जाता है। विभिन्न प्रकार के खाने की जबर्दस्त मांग होती है। यह मांग भारत को एक प्रतिस्पर्धी महत्व देती है और निवेशक के लिए भारत को पसंदीदा गंतव्य बनाती है।
दस सालों में भारत के 25 करोड़ लोगों ने गरीबी को हराया - पीएम
पीएम मोदी ने कहा कि भारत आज जिस स्तर पर काम कर रहा है, वह अभूतपूर्व और अप्रत्याशित है। बीते दस सालों में भारत के 25 करोड़ लोगों ने गरीबी को हराया है। यह सभी साथी अब नियो-मिडिल क्लास का हिस्सा बने है। यह सबसे ऊर्जा और आकांक्षा वाली क्लास है। यह फूड ट्रेंड को सेट करने वाली क्लास है, जो कि मांग को बढ़ा रहा है। भारत में बीते दशक में बढ़ी कृषि और अन्य उत्पादों की उत्पादन क्षमता का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वैश्विक हित में हमारा प्रयास है कि भारत की क्षमता और अधिक बढ़े। इसके लिए आज सरकार फूड और न्यूट्रीशियन से जुड़े हर हितधारक को, पूरे ईकोसिस्टम को मजबूत कर रही है। दस साल में भारत की प्रोसेसिंग क्षमता में बीस गुणा की वृद्धि हुई है।
छोटे किसान बाजार की बड़ी ताकत बन गए- पीएम
सरकार की नीतियों से किसानों को हो रहे लाभ का दावा करते हुए पीएम ने कहा कि भारत में 85 प्रतिशत से अधिक छोटे या सीमांत किसान हैं, इसलिए ऐसी नीतियां बनाई गईं कि आज यह छोटे किसान बाजार की बड़ी ताकत बन गए हैं। उन्होंने एफपीओ और सहकारिता के क्षेत्र में सरकार के कार्यों का विशेष रूप से उल्लेख किया। साथ ही कहा कि आज का भारत इनोवेशन और रिफार्म के नए पथ पर अग्रसर है। हमारे यहां नेक्स जेनरेशन जीएसटी रिफार्म की बहुत चर्चा है। यह रिफार्म किसानों के लिए कम लागत, ज्यादा लाभ का भरोसा लेकर आया है। गरीब और मध्यम वर्ग को कम दाम पर ज्यादा पोषण मिलेगा। फूड प्रोसेसिंग सेक्टर को भी बहुत फायदा मिला है।
वर्ल्ड फूड इंडिया ने निरंतरता में प्रगति की- चिराग पासवान
इससे पहले केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि वर्ल्ड फूड इंडिया ने निरंतरता में प्रगति की है। इसने खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को वैश्विक मंच दिया है। उन्होंने कहा कि पीएम का लक्ष्य है कि भारत ग्लोबल फूड बास्केट बने और भारत में यह क्षमता है। यह ऐसा क्षेत्र है, जो सरकार के लक्ष्य के अनुरूप किसानों को आर्थिक मजबूती देता है, राज्यों की अर्थ व्यवस्था में भी इसका मजबूत स्थान हो सकता है। इस दौरान रूस के उपप्रधानमंत्री दिमित्री पेत्रुशेव, केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और प्रताप राव जाधव भी उपस्थित थे।
नवरात्र के उपवास में भी पीएम ने दिखाई नेतृत्व की प्राथमिकता
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नवरात्रि में नौ दिनों के उपवास पर हैं, लेकिन इसके बावजूद उनकी दिनचर्या पर कोई फर्क नहीं है। इसके विपरीत गुरुवार को जिस तरह से उनकी काम करने की गति और विभिन्न क्षेत्रों तक पहुंच रही, वह एक पीएम के रूप में उनकी नेतृत्व प्राथमिकता को दर्शाता है। पीएम मोदी ने अपने दिन की शुरुआत ग्रेटर नोएडा की हेलीकाप्टर यात्रा से की, जहां उन्होंने उत्तर प्रदेश अंतरराष्ट्रीय व्यापार शो-2025 का उद्घाटन और प्रदर्शनी का अवलोकन किया। भारत की विनिर्माण और व्यापार क्षमता को प्रदर्शित करने वाले प्रतिभागियों और उद्यमियों से बातचीत की।
इसके बाद वह राजस्थान के बांसवाड़ा पहुंचे, जहां ऊर्जा, बुनियादी ढांचे आदि जैसे कई प्रमुख क्षेत्रों में 1,22,100 करोड़ रुपये से अधिक की कई केंद्रीय और राज्य परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। पीएम-कुसुम योजना के लाभार्थियों से भी बातचीत की, जिनमें से कुछ बांसवाड़ा में प्रत्यक्ष रूप से मौजूद थे, जबकि अन्य महाराष्ट्र से वर्चुअल रूप से जुड़े थे। राजस्थान से प्रधानमंत्री सीधे वल्र्ड फूड इंडिया में भाग लेने के लिए नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम पहुंचे। यहां वैश्विक खाद्य सुरक्षा में भारत की बढ़ती भूमिका पर प्रकाश डाला। इस तरह पीएम ने पूरे दिन में लगभग 4.5 घंटे की हवाई यात्रा की, जिसमें 2 घंटे की हेलीकाप्टर यात्रा भी शामिल थी।
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