पीएम मोदी का संदेश: आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई का नेतृत्व भारत करेगा, आतंकियों को धरती के किसी भी कोने तक खदेड़ेंगे
पहलगाम हमले के बाद पीएम मोदी ने वैश्विक समुदाय को संदेश दिया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ नेतृत्व करेगा। मधुबनी में उन्होंने आतंकियों को सजा देने की बात कही तो ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया। मोदी ने कहा पाकिस्तान से बात सिर्फ आतंकवाद पर होगी। वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ भारत की स्पष्ट नीति और मजबूत रुख उभरकर सामने आया।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पहलगाम हमले के बाद यह दूसरा मौका है जब पीएम नरेन्द्र मोदी ने वैश्विक समुदाय को यह संदेश दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में भारत नेतृत्व करेगा। एक तरह से देखा जाए तो वैश्विक व्यवस्था में हो रहे बदलाव के मद्देनजर सिर्फ भारत ही है जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ लगातार आवाज उठा रहा है और यह आवाज पाकिस्तान समर्थित व पोषित आतंकवाद के खिलाफ है।
24 अप्रैल, 2025 को पीएम मोदी ने मधुबनी (बिहार) में एक कार्यक्रम में अंग्रेजी में अपने भाषण में कहा था कि, “आज बिहार की धरती से मैं पूरी दुनिया से कहता हूं, भारत हर आतंकी और उनके आकाओं की पहचान करेगा, उन्हें खोजेगा और उन्हें सजा देगा। हम उन्हें धरती के किसी भी कोने तक खदेड़ेंगे।''
'पाकिस्तान से बात होगी तो आतंकवाद पर होगी'
जबकि 12 मई को राष्ट्र के नाम संबोधन में उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के धवस्त आतंकी ठिकानों का श्रेय भारत की सेनाओं को दिया और यह भी ऐलान किया कि, “विश्व समुदाय को मैं यह कहना चाहूंगा कि पाकिस्तान से बात होगी तो आतंकवाद पर ही होगी।''
पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में दुनिया को याद दिलाया कि, “बहावलपुर और मुरीदके जैसे आतंकी ठिकानो, एक प्रकार से ग्लोबल आतंकवाद की विश्वविद्यालय रही हैं। अमेरिका में नौ सितंबर, लंदन के मेट्रो में हुए विस्फोट या भारत में दशकों से हो रहे बड़े आतंकी हमलों के तार कहीं न कहीं इन्हीं आतंकी ठिकानों से जुड़ते रहे हैं।''
भारत लगातार पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद से जूझ रहा
जानकार मानते हैं कि अभी वैश्विक आतंकवाद सिर्फ भारत के लिए प्राथमिकता है। अमेरिका वैश्विक कारोबार में अपना दबदबा बनाने की कोशिश में है। पश्चिमी देश रूस से निबटने का रास्ता खोजने में व्यस्त हैं। चीन अपनी विकास की गति को बना कर रखते हुए वैश्विक दबदबा बढ़ाने में जुटा है। ऐसे में अन्य प्रमुख शक्तियों के लिए वैश्विक आतंकवाद कोई बड़ा मुद्दा नहीं है। जबकि भारत लगातार पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद से जूझ रहा है। भारत सरकार में यह सोच है कि विकसित भारत की उसकी राह में पाक समर्थित आतंकवाद एक बड़ी अड़चन बनने की क्षमता रखता है। यह सोच और इसको लेकर भारत की स्पष्ट नीति भी पीएम मोदी के राष्ट्रीय संबोधन में दिखता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।