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    डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरावट पर PM के आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल का बड़ा बयान, कहा- 'चिंता की बात नहीं'

    Updated: Thu, 18 Dec 2025 11:37 PM (IST)

    प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य संजीव सान्याल ने रुपये की गिरावट पर चिंता व्यक्त नहीं की। उन्होंने कहा कि आर्थिक विकास के दौरान मुद्राओं ...और पढ़ें

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    डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरावट पर PM के आर्थिक सलाहकार का बड़ा बयान (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य संजीव सान्याल ने गुरुवार को कहा कि उन्हें डालर के मुकाबले रुपये की गिरावट को लेकर बिल्कुल भी चिंता नहीं है। उन्होंने तर्क दिया कि तेज आर्थिक विकास दर के दौरान चीन और जापान की मुद्राओं में गिरावट दर्ज की गई थी।

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    एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सान्याल ने कहा कि पिछली सदी के नौवें दशक से रुपये का अपना स्तर खुद तय करने की अनुमति दी गई है। हालांकि अत्यधिक अस्थिरता को रोकने के लिए आरबीआइ अपने भंडार का उपयोग करता है।

    सान्याल ने कहा, "रुपये और उसकी मौजूदा कमजोरी को जरूरी नहीं कि किसी आर्थिक चिंता से जोड़ा जाए, क्योंकि यदि ऐतिहासिक तौर पर देखें तो पाएंगे कि जो अर्थव्यवस्थाएं अपने उच्च विकास चरण में होती हैं, वे अक्सर विनिमय दर में कमजोरी के दौर से गुजरती हैं। उदाहरण के तौर पर देखें तो जब जापानी अर्थव्यवस्था बहुत तेजी से बढ़ रही थी, तो उसकी विनिमय दर काफी कमजोर रखी गई थी। इसी तरह चीनियों ने 90 और 2000 के दशक में ऐसा किया था जब तक कि उन्होंने युआन को मजबूत होने की अनुमति नहीं दी।"

    अमेरिका ने दो अप्रैल, 2025 को बड़ी अर्थव्यवस्थाओं पर बड़े पैमाने पर टैरिफ लगाने का एलान किया था। उस समय से लेकर अब तक भारतीय मुद्रा डालर के मुकाबले 5.6 प्रतिशत कमजोर हुई है। विभिन्न देशों की प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले रुपये में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है।

    'भारत और चीन ही ऐसे देश हैं जो अमेरिका के दबाव के आगे नहीं झुके'

    भारत-अमेरिका व्यापार सौदे पर एक सवाल का जवाब देते हुए सान्याल ने कहा, "भारत यूरोपीय संघ (ईयू) और अमेरिका के साथ बहुत आक्रामक तरीके से व्यापार वार्ता कर रहा है। हालांकि जैसे-जैसे इसमें हम आगे बढ़ते जाएंगे, हमें ऐसे फैसले लेने होंगे जहां कुछ समझौते करने होंगे। हालांकि हम सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि जो भी समझौता हो, वह राष्ट्रीय हित में हो। जहां तक अमेरिका के साथ ट्रेड डील की बात है तो हमने कोई रियायत नहीं दी है। सच में भारत और चीन ही ऐसे देश हैं जो अमेरिका के दबाव के आगे नहीं झुके हैं। भारत और अमेरिका अपने प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते के फ्रेमवर्क को अंतिम रूप देने के बहुत करीब हैं।

    रुपया 18 पैसे मजबूत होकर 90.20 प्रति डालर पर बंद हुआ

    रुपया गुरुवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 18 पैसे मजबूत होकर 90.20 प्रति डालर पर बंद हुआ। आरबीआइ के संभावित हस्तक्षेप से विदेशी बाजार में डालर की व्यापक मजबूती के बावजूद घरेलू मुद्रा बढ़त में रही। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि ब्रेंट क्रूड की कीमत 59 डालर प्रति बैरल के आसपास बनी रहने से घरेलू मुद्रा को निचले स्तर पर समर्थन मिला।

    हालांकि, डालर सूचकांक में सुधार और घरेलू बाजारों की कमजोरी ने तेज बढ़त को सीमित कर दिया।विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया, डालर के मुकाबले 90.35 पर खुला। फिर कुछ हद तक उबरकर 90.04 प्रति डालर के दिन के उच्चस्तर पर पहुंच गया जो पिछले बंद भाव से 34 पैसे की बढ़त दर्शाता है।

    अंत में यह 90.20 प्रति डालर पर बंद हुआ जो पिछले बंद भाव से 18 पैसे अधिक है। रुपया बुधवार को 90.38 प्रति डालर पर बंद हुआ था। मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, 'आरबीआइ के डालर की बिक्री से रुपये में मजबूती आई है।

    बताया जा रहा है कि आरबीआइ ने विदेशी मुद्रा बाजारों में हस्तक्षेप किया और रुपये में और गिरावट को रोकने के लिए डालर बेचे।' इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डालर की स्थिति को दर्शाने वाला डालर सूचकांक 0.16 प्रतिशत की बढ़त के साथ 98.52 पर रहा।

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