पश्चिम एशिया में आखिर विमानों से क्यों गायब हो रहे GPS सिग्नल, बढ़ी चिंता; DGCA ने किया सतर्क
नागर विमानन महानिदेशालय ने पश्चिम एशिया में ग्लोबल नेविगेशन सेटेलाइट सिस्टम के जाम होने और स्पूफिंग के खतरों को लेकर विमानन कंपनियों और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को सतर्क किया है। विमानन नियामक डीजीसीए के अनुसार सर्कुलर में जीएनएसएस के जाम होने और स्पूफिंग के बढ़ते खतरों को रेखांकित गया गया है। ऐसे कई इलाके हैं जहां इस तरह के मामले सामने आए हैं।
पीटीआई, नई दिल्ली। नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने पश्चिम एशिया में ग्लोबल नेविगेशन सेटेलाइट सिस्टम (GNSS) के जाम होने और स्पूफिंग के खतरों को लेकर विमानन कंपनियों और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) को सतर्क किया है।
एडवाइजरी सर्कुलर जारी
हाल के दिनों में पश्चिम एशिया के आसमान में कई विमानों में अचानक जीपीएस सिग्नल गायब होने की खबर सामने आई है। जिसके बाद डीजीसीए ने अपने सर्कुलर में इन खतरों से निपटने के उपाय भी बताए हैं। डीजीसीए ने शुक्रवार को सर्कुलर जारी किया इसमें कहा गया कि कुछ हवाई क्षेत्रों को लेकर जीएनएसएस में हस्तक्षेप को लेकर एडवाइजरी सर्कुलर जारी किया गया है।
विमानन नियामक डीजीसीए के अनुसार, सर्कुलर में जीएनएसएस के जाम होने और स्पूफिंग के बढ़ते खतरों को रेखांकित गया गया है। ऐसे कई इलाके हैं, जहां इस तरह के मामले सामने आए हैं। इससे विमान और जमीन-आधारित प्रणालियों के प्रभावित होने की आशंका रहती है।
आसमान में सिग्नल गायब होने से बढ़ी चिंता
आमतौर पर जीएनएसएस स्पूफिंग में गलत सिग्नल देकर नेविगेशन सिस्टम से छेड़छाड़ करने का प्रयास किया जाता है। पिछले कुछ समय में पश्चिम एशिया के आसमान में जीएनएसएस से छेड़छाड़ के कई मामले सामने आए हैं।
इसके मद्देनजर गत चार अक्टूबर को डीजीसीए ने एक आंतरिक कमेटी गठित की थी। इन घटनाओं से विमानन उद्योग में चिंता बताई जा रही है। सर्कुलर में जीएनएसएस में दखल के खतरे से निपटने और संबंधित चिंताओं को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया है।
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