डरा रही कोरोना वैक्सीनेशन सेंटर के बाहर लगी भीड़, नहीं दिख रही शारीरिक दूरी, कहीं बढ़ न जाएं मामले
महामारी कोविड-19 से बचाव के लिए कोरोना वैक्सीन लाया गया लेकिन वैक्सीनेशन सेंटर के बाहर लोगों की लगी भीड़ से संक्रमण कम होने के बजाए बढ़ने का खतरा अधिक मंडरा रहा है। हर जगह वैक्सीन के लिए मारामारी है।
नई दिल्ली, एएनआइ। कोविड-19 की दूसरी लहर से जूझ रहे देश में संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीनेशन की शुरुआत की गई। लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि कहीं ये अभियान इस कोरोना महामारी के मामले को और अधिक बढ़ाने का जरिया न बन जाए। दरअसल, वैक्सीनेशन सेंटरों के बाहर भीड़ अधिक है और न तो लोगों को शारीरिक दूरी का ध्यान है और न प्रशासन ने शारीरिक दूरी बनवाने के लिए अब तक कोई कदम उठाया है।
इस क्रम में बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कार्पोरेशन (BMC) की ओर से गाइडलाइन जारी कर कहा गया कि कि जिन लोगों ने कोविन या आरोग्य सेतु एप पर रजिस्ट्रेशन कराया है उन्हें ही वैक्सीन की खुराक दी जाएगी। बता दें कि कई वैक्सीनेशन सेंटरों से लोगों के बीच झड़प की भी खबरें मिली। इस बीच शारीरिक दूरी नहीं होने से महामारी फैलने का खतरा बना हुआ है। वैक्सीन पाने के लिए विभिन्न राज्यों के सेंटर के बाहर लंबी कतारें लगी हैं जिसमें कोविड प्रोटोकॉल के तहत बताई जाने वाली शारीरिक दूरी के निर्देशों का पालन नहीं हो रहा है।
असम,केरल व दिल्ली के अनेकों वैक्सीनेशन सेंटरों पर शुक्रवार को ऐसे ही हालात दिखे। राजेंद्र प्लेस में बीएल कपूर वैक्सीनेशन सेंटर के बाहर लंबी लाइन में खड़े लोग अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे वहीं जंगपुरा में भी यही हाल दिखा। इस क्रम में देश के सर्वाधिक संक्रमित राज्य महाराष्ट्र में अधिक से अधिक वैक्सीन सेंटर बनाने पर जोर दिया जा रहा है।
Kerala: People in large numbers gathered at Ernakulam General Hospital for vaccination. pic.twitter.com/QB6P73iUIz
असम में भी लोगों के बीच जारी है वैक्सीन को लेकर आपाधापी
असम: गुवाहाटी में 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोज़ दी जा रही है। तस्वीरें गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज की है। #COVID19 pic.twitter.com/2S1ySoP5io
इस बीच राजद नेता मनोज झा ने बताया, 'वैक्सीन को लेकर हालात चिंताजनक है। वैक्सीनेशन के जरिए हमने कई महामारियों को दूर किया हैं, इसके लिए दुनिया में हमारा नाम लिया जाता है। 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन देने का निर्णय हमने लिया हैं। क्या हमारे पास पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन है?'