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    'भारत जाएगा और मारकर आएगा; ये है न्यू नॉर्म', PM मोदी का राहुल गांधी को करारा जवाब

    Updated: Tue, 29 Jul 2025 07:42 PM (IST)

    जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद शुरू हुए ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में बहस जारी है। विपक्ष सरकार पर हमलावर है और सरकार जवाब दे रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी विपक्ष पर पलटवार किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी चर्चा में भाग लेंगे जिसका उद्देश्य भारत के आतंकवाद-रोधी अभियान पर प्रकाश डालना है।

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    लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद लॉन्च किए ऑपरेशन सिंदूर को लेकर संसद में तीखी बहस चल रही है। विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है तो सरकार भी सवालों का जवाब दे रही है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में अपनी बात रख रहे हैं।

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    पीएम मोदी लाइव (PM Modi Live)

    पीएम मोदी ने कहा कि मैं सदन में भारत का पक्ष रखने के लिए खड़ा हूं। निर्दोष लोगों को धर्म पूछकर मारा गया।मैं विदेश में था, जैसे ही पता चला मैं देश लौटा और एक बैठक बुलाई। सेना को कार्रवाई की खुली छूट दी।

    पीएम ने कहा कि ऑपरेशन सिन्दूर के दौरान जिस प्रकार से देश के लोगों ने मेरा साथ दिया, मुझे आशीर्वाद दिया, देश की जनता का मुझ पर कर्ज है। मैं देशवासियों का आभार व्यक्त करता हूं, मैं देशवासियों का अभिनंदन करता हूं।

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं इस सदन के समक्ष भारत का पक्ष रखने के लिए यहां खड़ा हूं। जो लोग भारत का पक्ष नहीं देख पा रहे हैं, मैं उन्हें आईना दिखाने के लिए यहां खड़ा हूं। मैंने कहा था कि यह भारत के 'विजयोत्सव' का सत्र है...जब मैं 'विजयोत्सव' की बात कर रहा हूं, तो मैं कहना चाहूंगा - ये 'विजयोत्सव' आतंकी मुख्यालय को मिट्टी में मिलाने का है।

    पीएम मोदी ने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में जो क्रूर घटना घटी, जिस तरह आतंकवादियों ने निर्दोष लोगों से उनका धर्म पूछकर उन्हें गोली मारी, वो क्रूरता की पराकाष्ठा थी। ये भारत को हिंसा की आग में झोंकने का एक सोचा-समझा प्रयास था। ये भारत में दंगे फैलाने की साजिश थी। आज मैं देशवासियों का धन्यवाद करता हूं कि देश ने एकजुटता के साथ उस साजिश को नाकाम कर दिया।

    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि सेना को कार्रवाई करने की पूरी छूट दी गई और यह भी कहा गया कि सेना को यह तय करना चाहिए कि कब, कहां, कैसे और किस तरीके से कार्रवाई करनी है... हमें गर्व है कि आतंकवादियों को सजा दी गई, और यह ऐसी सजा थी कि आतंक के उन आकाओं की आज भी रातों की नींद उड़ी हुई है।

    पीएम ने कहा मैं 22 अप्रैल को विदेश में था। मैं तुरंत लौट आया और वापस आने के तुरंत बाद मैंने एक बैठक बुलाई और हमने स्पष्ट निर्देश दिए कि आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब देना है और यह हमारा राष्ट्रीय संकल्प है। सेना को कार्रवाई करने की पूरी छूट दी गई और यह भी कहा गया कि सेना को यह तय करना चाहिए कि कब, कहां, कैसे और किस तरीके से कार्रवाई करनी है। ये सारी बातें उस बैठक में स्पष्ट रूप से कही गईं।

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहलगाम आतंकवादी हमले के ठीक बाद पाकिस्तानी सेना को यह अंदाजा हो गया था कि भारत वास्तव में एक बड़ी कार्रवाई करेगा। उन्होंने परमाणु धमकी देना शुरू कर दिया। 6-7 मई की मध्यरात्रि को, भारत ने ठीक वैसा ही कदम उठाया जैसा तय था। पाकिस्तान कुछ नहीं कर सका। हमारे सशस्त्र बलों ने 22 अप्रैल की घटना का बदला 22 मिनट के भीतर सटीक हमलों से ले लिया।

    राजनाथ सिंह ने दिया था शुरुआती वक्तव्य

    यह बहस सोमवार को लोकसभा में हुई गहन चर्चा के बाद हो रही है, जहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुरुआती वक्तव्य दिया और पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर दोबारा उकसाया गया तो भारत हमले करने से नहीं हिचकिचाएगा।

    विदेश मंत्री ने रखी अपनी बात

    विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी सदन को संबोधित किया और भारत के कार्यों के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन और समझ सुनिश्चित करने वाले कूटनीतिक प्रयासों पर प्रकाश डाला। प्रधानमंत्री ने राजनाथ सिंह और जयशंकर दोनों के भाषणों की सराहना की और उन्हें व्यावहारिक बताया। साथ ही भारतीय सशस्त्र बलों की भी सराहना की थी। पीएम मोदी ने कहा, "उनकी टिप्पणियां नए भारत की शक्ति और दृढ़ संकल्प को दर्शाती हैं।"

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