Pariksha Pe Charcha 2025: केरल की लड़की ने सुनाई कविता, हिंदी सुन कायल हुए PM मोदी; पूछा ये सवाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हल्के फुल्के अंदाज में छात्रों से परीक्षा पे चर्चा में कई अहम चीजों के बारे में बात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को परीक्षा पे चर्चा के 2025 संस्करण के दौरान उस समय सुखद आश्चर्य हुआ जब केरल के एक छात्र ने उनका अभिवादन करते हुए शुद्ध हिंदी बोली। बच्ची की हिंदी सुन पीएम ने उससे एक सवाल पूछ डाला।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Pariksha Pe Charcha 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज परीक्षा पे चर्चा की। उन्होंने इसके आठवें एडिशन में 10वीं ओर 12वीं के स्टूडेंट्स से बोर्ड एग्जाम्स को लेकर बातचीत की। साथ ही उन्होंने इस दौरान कई चीजों को लेकर बात की। अब आपको बताते हैं परीक्षा पे चर्चा से जुड़ी ऐसी बात जो पीएम मोदी के दिल को छू गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को परीक्षा पे चर्चा के 2025 संस्करण के दौरान उस समय सुखद आश्चर्य हुआ जब केरल के एक छात्र ने उनका अभिवादन करते हुए शुद्ध हिंदी बोली। प्रधानमंत्री स्कूली छात्रा से यह पूछने से खुद को नहीं रोक सके कि वह इतनी अच्छी हिंदी कैसे बोल लेती है।
पीएम मोदी से क्या बोली छात्रा?
छात्रा आकांशा ने कहा, 'मुझे हिंदी बहुत पसंद है।' जब प्रधानमंत्री ने पूछा कि वह इतनी अच्छी भाषा कैसे सीख लेती हैं, तो आकांशा ने जवाब दिया कि वह हिंदी में कविता भी लिखती हैं।
आकांशा ने फिर पंक्तियां पढ़ीं-
इतना शोर है बाजारों में, इतना शोर है गलियों में, क्यों तू अपना कलाम लेकर बैठा है फिर एक गजल लिखने, फिर उस किताब के पन्नों पर तू लिखना क्या चाहता है, ऐसा क्या है तेरे मन में, सवाल भरे तेरे मन में एक स्याही। शायद जवाब लिख रही है, फिर क्यों तू आसमान देखता है, सितारों में ऐसा क्या है, तेरे मन में ऐसा क्या है।
पंक्तियां एक लेखक के परस्पर विरोधी विचारों को दर्शाती हैं जब वह शब्दों को कागज पर लिखता है।
परीक्षा के तनाव से निपटने को लेकर चर्चा
हिंदी, जो मुख्य रूप से उत्तर भारत में बोली जाती है, दक्षिणी राज्यों, विशेषकर तमिलनाडु में एक संवेदनशील विषय है। क्षेत्रीय नेता अक्सर नरेंद्र मोदी सरकार पर दक्षिणी राज्यों पर भाषा थोपने की कोशिश करने का आरोप लगाते रहे हैं। सरकार ने ऐसे आरोपों को खारिज कर दिया है।
यह परीक्षा पे चर्चा का आठवां संस्करण है, जो छात्रों के साथ बातचीत करने और उन्हें परीक्षा के तनाव से निपटने और उनकी तैयारी की योजना बनाने में मदद करने के लिए प्रधान मंत्री की एक पहल है। इस बार, टाउन हॉल चर्चा प्रारूप से हटकर, प्रधान मंत्री 36 छात्रों को दिल्ली की सुरम्य सुंदर नर्सरी में ले गए और परीक्षा के दबाव से निपटने पर उनके कई सवालों के जवाब दिए।
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