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    'कश्मीर में जारी आतंकी हमलों में पाकिस्तान का हाथ', सेना प्रमुख ने बांग्लादेश को लेकर भी कही ये बड़ी बात

    Updated: Mon, 13 Jan 2025 10:00 PM (IST)

    सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने अपनी सालाना प्रेस कॉन्फ्रेस में बताया कि कश्मीर घाटी में आतंकवाद की धुरी अब भी पाकिस्तान है। आतंकवाद विरोधी कार्रवाईयों में पिछले साल मारे गए आतंकवादियों में 60 प्रतिशत पाकिस्तानी मूल के आतंकियों की संख्या इस बात का प्रमाण है। बांग्लादेश को सेना प्रमुख ने कहा कि बांग्लादेश हमारा पड़ोसी है और हमारे सैन्य संबंध अच्छे हैं।

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    सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने अपने सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस की। (फोटो- पीटीआई)

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हिंसा की घटनाओं में सीधे-सीधे सीमा पार से जारी हरकतों को जिम्मेदार ठहराते हुए सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि कश्मीर घाटी में आतंकवाद की धुरी अब भी पाकिस्तान है। आतंकवाद विरोधी कार्रवाईयों में पिछले साल मारे गए आतंकवादियों में 60 प्रतिशत पाकिस्तानी मूल के आतंकियों की संख्या इस बात का प्रमाण है।

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    दरअसल, सेना प्रमुख ने अपनी सालाना प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हिंसा की घटनाओं से जुड़े सवालों के जवाब में कहा कि पाकिस्तान से लगी नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम समझौता लागू है। मगर आतंकी घुसपैठ की कोशिशें सीमा पार से लगातार हो रही हैं और घाटी में होने वाली आतंकी घटनाओं में पाक परस्त आतंकियों की भूमिका ज्यादा है।

    आंतकवादी घटनाओं को लेकर क्या बोले सेना प्रमुख

    उन्होंने कहा कि हाल के महीनों में उत्तरी कश्मीर और डोडा-किश्तवाड़ तथा राजौरी इलाके में आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है। घाटी और जम्मू क्षेत्र में आज की स्थिति में जो भी आतंकवादी बचे है उसमें करीब 80 प्रतिशत पाकिस्तान मूल क आतंकवादी हैं।

    बांग्लादेश में जारी घटनाक्रमों के संदर्भ में दोनों देशों की सेनाओं के बीच सीमा पर रिश्ते की स्थिति को लेकर सेना प्रमुख ने कहा कि बांग्लादेश हमारा पड़ोसी है और हमारे सैन्य संबंध अच्छे हैं। बांग्लादेश सेना के प्रमुख से बीते नवंबर में उनकी वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए सीधी बातचीत हुई थी और दोनों सेनाएं लगातार संपर्क में हैं। दोनों सेनाओं के बीच संयुक्त अभ्यास जैसी पहल अभी केवल बांग्लादेश के भीतर की स्थिति को देखते हुए स्थगित की गई है।

    सेना में पैसे कमाने नहीं आएं: सेना प्रमुख

    सेना में वेतन नहीं वतन के लिए आने संबंधी अपने चर्चित बयान पर जनरल द्विवेदी ने कहा कि बेशक सेना में शामिल होने के लिए भावनाएं अहम है। आप सेना में नाम नमक निशान के लिए आएं सिर्फ पैसे के लिए मत आइए।

    उन्होंने कहा कि अगर कोई केवल वेतन के मकसद से आएगा तो वह बाकी टीम से अलग होगा और सेना के जज्बे की भावना से नहीं जुड़ पाएगा। महिला सैन्य अफसरों की रणनीतिक डिविजनों में तैनाती के बाद उनके कामकाज की प्रशंसा करते हुए सेना प्रमुख ने आने वाले वर्षों में सेना में महिला अफसरों की संख्या बढ़ाए जाने की बात भी कही।

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