सईद के खिलाफ सबूत मिलते ही कार्रवाई का नाटक करने लगा पाक
आतंकी संगठनों को पाकिस्तान किस तरह बढ़ावा देता है। ये सच अब दुनिया के सामने है। पाक खुद को आतंकवाद का शिकार बताता है। लेकिन दहशतगर्दों को बढ़ावा देने से बाज भी नहीं आता है।
नई दिल्ली [नीलू रंजन] । आतंकी सरगना हाफिज सईद के खिलाफ नए सबूत आने के साथ ही पाकिस्तान एक बार फिर दुनिया की आंख में धूल झोंकने के लिए कार्रवाई का नाटक करने में जुट गया है। पिछले दिनों अफगानिस्तान ने अपने यहां सक्रिय आइएसआइएस आतंकियों के साथ लश्करे तैयबा प्रमुख हाफिज सईद के संबंध होने का आरोप लगाया था। वहीं कश्मीर में पकड़े गए आतंकी सैफुल्ला बहादुर अली ने भी सईद के साथ नजदीकी संबंधों को खुलासा किया है। इसे देखते हुए पाकिस्तान ने पुलिस को सईद के संगठनों के चंदा उगाही पर नजर रखने का निर्देश दिया है।
गौरतलब है कि मंगलवार को अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा सुरक्षा को लेकर काबुल में हो रही बैठक में अफगानिस्तान ने अपने यहां सक्रिय आइएसआइएस आतंकियों के साथ हाफिज सईद के संबंध का खुलासा किया था। अफगान अधिकारियों ने पाकिस्तान को इसके सबूत भी दिया। अफगानिस्तान ने पाकिस्तान को हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई के लिए कहा है। हाफिज सईद की आतंकी करतूत पकड़े जाने के बाद पाकिस्तान ने उसके खिलाफ कार्रवाई का दिखावा करना शुरू कर दिया है। बुधवार को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की पुलिस को हाफिज सईद के संगठन जमात उद दावा और फलाह ए इंसायत फाउंडेशन द्वारा जमा किये जा रहे चंदे पर नजर रखने को कहा गया है। पाकिस्तान दुनिया को हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई का दिखावा करने की कोशिश कर रहा है।
जिंदा पकड़े गए आतंकी का खुलासा, ट्रेनिंग के दौरान हाफिज से हुई थी मुलाकात
पठानकोट हमले के बाद पाकिस्तान इसी तरह जैश ए मोहम्मद और अजहर मसूद के खिलाफ कार्रवाई का दिखावा किया था। लेकिन पिछले दिनों जैश ए मोहम्मद खुलेआम जिहाद के लिए चंदा लेते हुए दिखाया गया। अफगानिस्तान में सक्रिय आइएसआइएस के पीछे हाफिज सईद का हाथ होने का खुलासा भले अभी हुआ हो, लेकिन भारत के खिलाफ उसके आतंकी कारनामों की सूची काफी लंबी है। लेकिन पाकिस्तान इसे हमेशा नकारता रहा है। मुंबई हमले में हाफिज सईद के खिलाफ पुख्ता सबूत होने के बावजूद सईद के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। यही नहीं, दो दिन पहले पकड़े गए आतंकी सैफुल्ला बहादुर अली ने भी हाफिज सईद के साथ नजदीकी संबंधों का खुलासा किया है।
अफ़ग़ानिस्तान में आईएस लड़ाकों की देखरेख कर रहा है हाफिज सईद
एनआइए से पूछताछ के दौरान उसने बताया है कि सईद को वह चाचा कहता था और उसे लश्करे तैयबा के कैंपों में ट्रेनिंग देकर आतंकी हमले के लिए कश्मीर भेजा गया था। बहादुर अली ने एनआईए पूछताछ में बताया कि भारत में घुसपैठ करने के बाद उसके तीन साथी एनकाउंटर में मार दिए गए थे। तीन साथियों की मौत के बाद वह सैटलाइट फोन से पाकिस्तान में वालिद नाम के एक शख्स के साथ संपर्क में था। वालिद उसे उसके आगे के एक्शन के बारे में लगातार गाइड कर रहा था। वालिद ने उसे डाक्टर और नर्स कोडवर्ड वाले दो लोगों से मुलाकात करने के लिए कहा था। ये कोडवर्ड एक पुरुष और एक महिला आतंकी के थे। एनआइए ने इन दोनों के ही मोबाइल नंबरों को ट्रैक कर लिया है और अलग अलग वाट्सऐप नंबर की जानकारी भी जुटा ली है।