'पहले पूछा हिंदू हो, फिर तब तक गोलियां चलाते रहे...', पहलगाम हमले में मारे गए व्यक्ति के सास ने सुनाया खौफनाक किस्सा
पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई। इंजीनियर भारत भूषण भी उनमें से एक थे। भारत भूषण को उनकी पत्नी और उनके तीन साल के बेटे के सामने गोली मारी। अब भूषण की सास ने परिवार की आपबीती सुनाई। उन्होंने बताया कि कैसे धर्म पूछकर उनके दामाद पर गोलियां बरसाई गईं। आतंकियों ने भूषण से उनका धर्म पूछा फिर गोलियां चलाई।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में बेंगलुरु के 41 वर्षीय इंजीनियर भारत भूषण (Bharat Bhushan) की मौत हो गई। मंगलवार 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकियों ने भारत भूषण को उनकी पत्नी और उनके तीन साल के बेटे के सामने गोली मारी। अब भूषण की सास ने परिवार की आपबीती सुनाई। उन्होंने बताया कि कैसे धर्म पूछकर उनके दामाद पर गोलियां बरसाई गईं।
मंगलवार 22 अप्रैल को पहलगाम हमले में आतंकियों ने भारत भूषण को उनकी पत्नी और उनके तीन साल के बेटे के सामने गोली मारी। भूषण की सास ने परिवार की आपबीती बताई और बताया है कि कैसे धर्म पूछकर उनके दामाद पर गोलियां बरसाई गईं।
आतंकियों ने धर्म पूछकर मारी गोली: भारत भूषण की सास
भारत भूषण की सास ने हमले के बाद अपनी बेटी से बात की। बेटी ने बताया कि आतंकवादियों ने हमले पहले धर्म पूछा कि क्या वो हिंदू है फिर तब तक गोली चलाते रहे जब तक वे (भारत भूषण) जमीन पर नहीं गिर गए।
भारत भूषण की सास ने आगे बताया,"आतंकियों ने स्पष्ट रूप से पूछा कि क्या आप हिंदू हैं और फिर उन्हें गोली मार दी, उन्हें इसलिए गोली मारी गई क्योंकि वे हिंदू थे।"
'मेरी को सुरक्षित स्थान पर ले गई आर्मी'
उन्होंने आगे कहा,"मेरी बेटी एक डॉक्टर है, उसने महसूस किया कि वह (भारत भूषण) मर चुका है। फिर उसने मोबाइल और पर्स लिया और भाग गई। हमने दोपहर 2.45 बजे उससे बात की थी। मेरी बेटी सुजाता को भारतीय सेना ने सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है।''
मूल रूप से आंध्र प्रदेश के नेल्लोर के रहने वाले 41 वर्षीय अपने परिवार द्वारा संचालित डायग्नोस्टिक सेंटर का प्रबंधन करते थे। वे बेंगलुरु के मट्टीकेरे इलाके में रहते थे। वह अपनी पत्नी और बेटे के साथ छुट्टियों मनाने कश्मीर गए थे।
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