Pahalgam Attack: लश्कर का मुखौटा और ISI की ढाल... कौन है आतंकी संगठन TRF, कहां छिपा है इसका सरगना?
Pahalgam Terror Attack पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली है जो पाकिस्तान के लश्कर-ए-तैयबा का सहयोगी है। TRF का सरगना शेख सज्जाद गुल पाकिस्तान में बैठकर संगठन को ऑपरेट करता है। इस संगठन की शुरुआत 2019 के पुलवामा हमले के आसपास हुई थी। अनुच्छेद 370 हटने के बाद TRF ने घाटी में अपनी सक्रियता बढ़ा दी है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कश्मीर के पहलगाम (Pahalgam Attack) से करीब 6 किलोमीटर दूर बैसरन की घाटी मंगलवार दोपहर लहूलहान हो गई। करीब 6 पाकिस्तान परस्त आतंकियों ने 26 निर्दोष लोगों की जान ले ली।
सभी आतंकी लोकल पुलिस की वर्दी में, मास्क लगाए घाटी में दाखिल हुए थे। इनका निशाना सिर्फ पुरुष थे, खासकर हिंदू। आतंकियों ने लोगों को कलमा पढ़ने पर मजबूर किया, और जो नहीं पढ़ पाए, उन्हें गोली मार दी। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन 'द रेजिस्टेंसवफ्रंट' (TRF) ने ली है, जो पाकिस्तान के लश्कर-ए-तैयबा का सहयोगी है।
पाकिस्तान में बैठा है TRF का सरगना
TRF का सरगना शेख सज्जाद गुल पाकिस्तान में बैठकर संगठन को ऑपरेट करता है। इसकी शुरुआत 2019 के पुलवामा हमले के आसपास हुई। अनुच्छेद 370 हटने के बाद TRF ने घाटी में अपनी सक्रियता बढ़ा दी थी। इस संगठन से जुड़े लोग कश्मीर में ड्रग्स, हथियारों की तस्करी भी करते हैं।
वहीं, पाकिस्तान में बैठे इस आतंकी संगठन का सरगना, कश्मीर के युवाओं को अपने नाकाम मंसूबों को अंजाम देने के लिए उकसाता है।
शेख सज्जाद गुल को 1967 के गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UPA) के तहत आतंकवादी घोषित किया गया था। यह अधिनियम सरकार को अदालत में जाए बिना किसी व्यक्ति को आतंकवादी घोषित करने की अनुमति देता है।
TRF को फंडिंग करती है पाकिस्तान सरकार
टीआरएफ ने जम्मू-कश्मीर में नागरिकों, सुरक्षा बलों के सदस्यों और राजनीतिक नेताओं के खिलाफ कई हमले किए हैं। ऐसा माना जाता है कि इस आतंकवादी संगठन को पाकिस्तान सरकार, खास तौर पर आईएसआई (इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस) द्वारा पोषित किया जाता है।
क्यों पाक सेना से जुड़ रहा आतंकी हमले का कनेक्शन?
दुनिया जानती है कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ है। लेकिन इसकी अगुवाई कौन कर रहा है? पाकिस्तान आर्मी के जनरल आसीम मुनीर।"
कुछ दिन पहले उन्होंने भारत के खिलाफ जहर उगला था। उनके शब्द थे,"'हम हर एंगल में हिंदुओं से अलग हैं। हमारा धर्म, हमारी सोच, सब अलग है। कश्मीर को कोई ताकत पाकिस्तान से अलग नहीं कर सकती।"
2019 में पुलवामा हमले के समय जनरल मुनीर ISI के प्रमुख थे। भारत की एयर स्ट्राइक के बाद उन्हें हटा दिया गया था। हालांकि अब, सेनाध्यक्ष के रूप में, उनके पुराने मंसूबे फिर सामने हैं।
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