Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    ऑपरेशन सिंदूर के निर्णायक प्रहार से दुनिया को दिया स्पष्ट संदेश, सरकार बोली- भारत आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा

    Updated: Thu, 01 Jan 2026 02:15 AM (IST)

    रक्षा मंत्रालय ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ भारत के अटूट संकल्प का एक ''मजबूत प्रमाण'' है। भारतीय सशस्त्र बलों ने सटीकता के साथ पाकिस्तान ...और पढ़ें

    Hero Image

    ऑपरेशन सिंदूर के निर्णायक प्रहार से दुनिया को दिया स्पष्ट संदेश (फाइल फोटो)

    पीटीआई, नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ भारत के अटूट संकल्प का एक ''मजबूत प्रमाण'' है। भारतीय सशस्त्र बलों ने सटीकता के साथ पाकिस्तान के आतंकी ढांचों पर ''सुनियोजित और निर्णायक प्रहार'' किया।

    इस अभियान ने दुनिया को एक स्पष्ट संदेश दिया - ''भारत आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा, और जो भी इसे प्रायोजित करेगा उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। यह अभियान भारत के सैन्य इतिहास में एक निर्णायक क्षण और सैन्य सटीकता एवं राष्ट्रीय संकल्प के प्रतीक के रूप में याद किया जाएगा।''

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले के जवाब में 7 मई की सुबह तड़के ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया, जिसमें कम से कम 100 आतंकवादियों को मार गिराया गया। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे।

    इस सैन्य कार्रवाई के तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी शिविरों पर सटीक मिसाइल हमलों की एक श्रृंखला शुरू की थी, जिसके परिणामस्वरूप भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों का संघर्ष हुआ था।

    मंत्रालय ने कहा कि यह अभियान "आतंकवाद के खिलाफ भारत के अटूट संकल्प का एक सशक्त प्रमाण है - निर्णायक नेतृत्व, संयुक्त परिचालन तालमेल और पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों द्वारा की जा रही क्रूर हत्याओं से अपनी संप्रभुता की रक्षा करने के राष्ट्र के इरादे का एक साहसिक प्रदर्शन है"।

    इस अभियान ने "अतुलनीय बहु-क्षेत्रीय क्षमता" का प्रदर्शन किया और इसे भूमि, समुद्री और हवाई जैसे पारंपरिक क्षेत्रों के साथ-साथ साइबर, अंतरिक्ष और सूचना युद्ध के उभरते क्षेत्रों में एक साथ अंजाम दिया गया।

    मंत्रालय ने कहा, "रणनीतिक दूरदर्शिता और सेना के संयम के साथ, ऑपरेशन सिंदूर ने क्षमता विकास पर भारत के निरंतर ध्यान को उजागर किया, अर्थात् खुफिया प्रभुत्व से लेकर अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी और संयुक्त परिचालन तत्परता तक।"

    इस अभियान को "सरकार के सभी अंगों के निर्बाध समन्वय" के माध्यम से "राष्ट्र की इच्छा के क्रियान्वयन का एक उत्कृष्ट उदाहरण" बताया गया। इसमें कहा गया कि स्वदेशी प्रौद्योगिकियों और हथियार प्रणालियों की युद्ध में सफलता भारत द्वारा प्रतिपादित 'आत्मनिर्भरता' की परिकल्पना की सफलता का प्रमाण है।