'ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हथियार लॉबी ने रची थी साजिश', रिटायर्ड ले.जनरल ढिल्लों का दावा
लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों ने कहा कि हथियार लॉबी ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के विमानों के नुकसान की गलत कहानी बनाई। उन्होंने दावा किया कि भारत की जीत को दबाने की कोशिश की गई क्योंकि इससे भारतीय हथियारों की श्रेष्ठता साबित होती। ढिल्लों ने बताया कि 10 मई को भारत ने पाकिस्तानी एयरबेसों पर सटीक हमला किया और पाकिस्तान की ओर से सीजफायर की गुहार लगाई गई।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों ने शनिवार को कहा कि हथियार बेचने वाली लॉबी ने अपने व्यापारिक हितों की रक्षा के लिए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की रक्षा प्रणाली की वजह से भारत के कुछ विमान नष्ट होने का नैरेटिव गढ़ा। जब भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ाई चल रही थी हथियार बेचने वाली लाबी यह तय कर रही थी कि किसने कितने विमान खोए। असल में खेल कहीं और खेला जा रहा था।
एक साक्षात्कार के दौरान ले. जनरल ढिल्लों ने कहा कि यदि भारत को विजेता घोषित किया जाता तो इसका अर्थ होता कि भारतीय, रूसी और फ्रांसीसी हथियार प्रणाली चीन, तुर्किये या पश्चिमी देशों की तुलना में बेहतर हैं। ऐसी सूरत में तीसरी दुनिया के देश जो रक्षा उपकरणों के बड़े खरीदार हैं, सभी आदेश इन्हीं को देंगे। इसी के चलते युद्ध का असली सच छिपाने की कोशिश की गई। भारत की विजय को दबाने व छिपाने का प्रयास हुआ।
'अंतिम परिणाम से तय होती है जीत'
मार्च 2020 से जनवरी 2022 तक रक्षा खुफिया एजेंसी (डीजी डीआईए) के महानिदेशक और रक्षा स्टाफ के उप प्रमुख (इंटेलिजेंस) के रूप में कार्यरत रहे ढिल्लों वर्तमान में आईआईटी मंडी के गवर्नर्स बोर्ड के अध्यक्ष हैं। उन्होंने कहा- ''युद्ध में जीत का निर्धारण अलग-अलग नुकसान से नहीं, बल्कि अंतिम परिणाम से होता है। 10 मई को जब हमने 11 एयरबेसों पर सटीकता से हमला किया तो हमारी एक भी मिसाइल पाकिस्तानी एयर डिफेंस द्वारा इंटरसेप्ट नहीं की गई। यह जीत है। पाकिस्तान एयर फोर्स का एक भी विमान उड़ नहीं सका, यह जीत है।''
उन्होंने दावा किया कि युद्ध के दौरान पाक ने अमेरिका और सऊदी अरब से मध्यस्थता की गुहार लगाई। असल में यह भारत की जीत है। उन्होंने आगे कहा, ''जब पाकिस्तानी डीजीएमओ ने 10 मई को हमारे डीजीएमओ को फोन किया और सीजफायर की मांग की तो यह भारत की विजय है।"
ऑपरेशन सिंदूर पर ढिल्लों ने लिखी है किताब
ढिल्लों ने हाल ही में 'ऑपरेशन सिंदूर, द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ इंडिया डीप स्ट्राइक्स इनसाइड पाकिस्तान' शीर्षक से एक नई किताब लिखी है, जिसमें इस बात का विवरण है कि भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का कैसे जवाब दिया।
एयर चीफ मार्शल ने भी किया था पाकिस्तानी फाइटर जेट्स मार गिराने की दावा
इससे पहले, 10 अगस्त को एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने राजफाश किया था कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान कम से कम पांच पाकिस्तानी फाइटर जेट्स को गिराया और लगभग 300 किलोमीटर की दूरी पर एक बड़े विमान को नष्ट किया। उन्होंने कहा कि गिराया गया विमान ''अब तक का सबसे बड़ा सतह से हवा में मार गिराने का रिकार्ड है।''
'आज तक एक भी युद्ध नहीं जीत पाई पाकिस्तानी सेना'
ढिल्लों यह भी बोले - पाकिस्तान के मौजूदा सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर अकेले सेनाध्यक्ष हैं जो ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बंकर में छिप गए थे। पाकिस्तानी सेना दुनिया की इकलौती ऐसी सेना है जिसने कभी कोई युद्ध नहीं जीता। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पाक ही वह देश है जिसने सबसे बड़ी हार का सामना किया। 1971 में भारत के खिलाफ युद्ध में पाकिस्तान के 93,000 सैनिकों ने आत्मसमर्पण कर दिया था। यह पाक सेना की नाकामी का सबसे बड़ा उदाहरण है।
पाकिस्तान ने अपने 138 अधिकारियों और सैनिकों को ''बलिदानियों'' के रूप में सम्मानित किया। अब आप समझ सकते हैं कि वास्तविक हताहत कितने होंगे। इसी से पता चलता है कि कौन जीता। ''नया भारत'' एक सैन्य शक्ति है। दृढ़ता से जवाब देता है। अन्य किसी देश ने ऑपरेशन सिंदूर पर सवाल नहीं उठाए।
(न्यूज एजेंसी एएनआई के इनपुट के साथ)
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