NEET UG में NTA की भी होगी परीक्षा, पेपर लीक और गड़बड़ियों से निपटने के लिए हुए कई बदलाव
जेईई मेन में गलत सवाल पूछने के बाद अब एनटीए की असली परीक्षा नीट-यूजी में होगी। इस बार परीक्षा में निजी एजेंसियों की दखल खत्म होगी और सरकारी स्कूलों या शैक्षणिक संस्थानों को ही परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा। हालांकि परीक्षा पेन-पेपर मोड में ही होगी। एनटीए के लिए इसलिए भी यह अहम है क्योंकि पिछले साल इस परीक्षा को लेकर एनटीए पर बड़े सवाल खड़े हुए थे।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। जेईई मेन में गलत सवाल पूछने पर घिरी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की असली परीक्षा अब मेडिकल में दाखिले से जुड़ी परीक्षा नीट- यूजी में होने वाली है। जो चार मई को देश भर में आयोजित होगी।
एनटीए के लिए इसलिए भी यह अहम है क्योंकि पिछले साल इस परीक्षा को लेकर एनटीए पर बड़े सवाल खड़े हुए थे। बाद में यह पूरा विवाद सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा था। इसके बाद ही एनटीए में सुधार की बड़ी जरूरत भी महसूस करते हुए उसके एक उच्च स्तरीय कमेटी भी गठित की थी।
शैक्षणिक संस्थानों को ही परीक्षा केंद्र बनाने की सिफारिश
इस बीच कमेटी ने एनटीए में सुधार को लेकर सुझाव भी दिए है। जिसमें परीक्षाओं में निजी एजेंसियों की दखल को खत्म करने सहित परीक्षा केंद्रों के चयन तक में सावधानी बरतने के निर्देश दिए है। इनमें सरकारी स्कूलों या फिर शैक्षणिक संस्थानों को ही परीक्षा केंद्र बनाने की सिफारिश की गई थी।
इस बार पेन-पेपर मोड में होगी परीक्षा
- कमेटी ने इन परीक्षाओं को लेकर एक और जो सुझाव दिए थे, उनमें परीक्षाओं को कंप्यूटर आधारित करने का सुझाव था। यह बात अलग है कि नीट-यूजी को इसके जरिए कराने को लेकर स्वास्थ्य और शिक्षा मंत्रालय के बीच सहमति नहीं बन पायी। ऐसे में यह बार फिर से यह परीक्षा पेन-पेपर मोड में ही होगी।
- कमेटी ने इन साथ ही परीक्षा को फुलप्रूफ बनाने के लिए प्रश्न पत्र तैयार करने के तरीके से लेकर प्रश्न पत्रों को केंद्रों तक पहुंचाने को लेकर अहम सुझाव दिए थे। विशेषज्ञों की मानें तो जेईई मेन के दौरान जिस तरह की गड़बड़ियां सामने आयी है, उससे साफ है कि सुधार को लेकर जरूरी कदम अभी नहीं उठाए गए है।
- सबसे हास्यास्पद स्थिति तब पैदा हुई, जब जेईई मेन के दूसरे चरण की उत्तर कुंजी को जारी करने के दो घंटे बाद उसे हटा दिया गया है। बाद में उसे सुधार करके बारह घंटे बाद जारी किया गया है।
यह भी पढ़ें: विदेश में बढ़ रही भारतीय कृषि और खाद्य पदार्थों की मांग, निर्यात में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी; देखें आंकड़े
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।