NSG ने शुरू किया बहु-राज्यीय आतंकवाद-रोधी अभ्यास, IED खतरों से निपटने की करेंगे ड्रिल
राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) ने देश की संकट प्रतिक्रिया क्षमताओं का आकलन करने के लिए शुक्रवार से गांडिव नामक एक बहु-राज्यीय आतंकवाद-रोधी अभ्यास शुरू किया। एनएसजी कमांडो राज्य पुलिस के साथ वाराणसी चित्तौड़गढ़ पुणे जम्मू-कश्मीर में धार्मिक स्थलों संवेदनशील स्थानों पर आतंकवाद रोधी और बंधक बचाव अभियान चलाएंगे। वे बम निष्क्रिय करेंगे और सशस्त्र घुसपैठ से निपटेंगे।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) ने शुक्रवार से बड़े पैमाने पर बहु-राज्यीय आतंकवाद-रोधी अभ्यास शुरू किया। इसका उद्देश्य आतंकी हमलों और बंधक जैसी स्थितियों के दौरान देश की संकट प्रतिक्रिया क्षमताओं और तैयारियों का आकलन करना है।
अधिकारियों ने बताया कि 'गांडिव' नामक यह अभ्यास 3-4 अक्टूबर की दरमियानी रात में वाराणसी, चित्तौड़गढ़, पुणे और जम्मू-कश्मीर में एक साथ आयोजित किया जाएगा।
आतंकवाद रोधी और बंधक बचाव अभियान
उन्होंने कहा कि एनएसजी के 'ब्लैक कैट' कमांडो, राज्य पुलिस बलों और एजेंसियों के साथ मिलकर धार्मिक स्थलों, संवेदनशील स्थानों और नदियों में चलने वाले क्रूज जहाजों में आतंकवाद रोधी और बंधक बचाव अभियान चलाएंगे। बम और संवर्धित विस्फोटक उपकरण (आइईडी) के खतरों को निष्क्रिय करेंगे और निजी तथा सार्वजनिक प्रतिष्ठानों में सशस्त्र घुसपैठ जैसी स्थितियों से निपटेंगे।
(समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)
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