वाराणसी में NSG का माक ड्रिल, शहर में आतंकी हमले से निपटने की भारी बारिश के बीच परखी तैयारी
वाराणसी में नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) द्वारा आतंकी हमले से निपटने के लिए माक ड्रिल का आयोजन किया गया। शुक्रवार और शनिवार को शहर के आठ स्थानों पर यह अभ्यास किया गया जिसमें आपात स्थिति से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया गया। सेना के विमानों और हेलीकॉप्टरों का भी उपयोग किया गया।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। शहर में अचानक आतंकी घुसने और उसके बाद शुरू हुए आपरेशन को देखकर शहरवासी अचानक से चौकन्ने और अलर्ट मोड में आ गए। शुक्रवार और शनिवार को नेशनल सिक्योरिटी गार्ड द्वारा वाराणसी शहर में आठ स्थानों पर माक ड्रिल किया जा रहा है।
यह माक ड्रिल राष्ट्रीय स्तर का है जहां पर आपात स्थिति से निपटने की तैयारियों को परखा गया। जिसमें सेना के विमान और हेलीकाप्टर का भी उपयोग प्रस्तावित है। वाराणसी एयरपोर्ट से टीम का आवागमन होने के साथ ही शहर के आठ प्रमुख जगहों पर टीम ने एलर्ट के साथ आपरेशन शुरू किया। इस दौरान बारिश होने से भी टीम की गतिविधि पर कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ा।
इस कार्यक्रम की निगरानी जिला प्रशासन के अधिकारी भी कर रहे हैं। बताया गया कि आतंकी हमले से निपटने को लेकर पहली बार एनएसजी की माकड्रिल की गई। चौकाघाट से लेकर रेलवे स्टेशन तक आवागमन सुबह रोककर टीम ने कार्रवाई शुरू की।
इस दौरान काफी देर तक यातायात प्रभावित रहा तो आने जाने वाले लोग भी एक बारगी सकते में आ गए। पुल पर गाड़ियों की लंबी कतारें लगने से जाम की स्थिति बन गई। यात्री एक से दो किलोमीटर पैदल सफर करते नजर आए। एक एक कर एंबुलेंस की गाड़ियां भी आईं और भारी बारिश के बीच जारी रिहर्सल में शामिल हुईं।
एनएसजी (राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड) और वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के तत्वावधान में ऑपरेशन गांडीव के तहत शुक्रवार को सुबह मॉक एक्सरसाइज किया गया। रोडवेज बस स्टैंड, कैंट स्टेशन और बनारस स्टेशन सहित प्रमुख धार्मिक स्थलों पर प्रतीकात्मक सिलसिलेवार आतंकी हमले से निबटने और उसे नाकाम करने से जुड़ी सतर्कता परखी गई।
सुबह - सुबह शहर के अतिव्यस्तम मार्गो पर पुलिस और प्रशासन की गाड़ियों से सायरन की गूंज और सन्नाटे से लोगों में हलचल मच गई। सुबह आठ बजे रोडवेज बस स्टैंड पर प्रतीकात्मक रूप से तीन धमाके हुए। इसकी सूचना रोडवेजकर्मी ने पुलिस चौकी प्रभारी पुष्कर दुबे को दी। इस घटना से पुलिस कंट्रोल को वायरलेस से अवगत कराया। उप निरीक्षक पुष्कर दुबे ने बस स्टैंड के प्रवेश द्वार पर बैरियर लगाकर आवाजाही रोक दी। एसीपी चेतगंज डॉ ईशान सोनी की अगुवाई में स्टैंड परिसर को खाली कराया गया। एनएसजी, एटीएस और बीडीएस ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
इधर, कैंट स्टेशन पर भी दो धमाकों की गूंज से सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गए। पूरी टीम कैंट स्टेशन पहुंची। यहां नाट्य रूपांतरण के दौरान तीन आतंकी यात्रियों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे थे। न्यू बिल्डिंग में आतंकियों के मौजूदगी की सूचना मिली थी। जहां, एनएसजी कमांडो ने दो आतंकी मार गिराए। इस बीच एक आतंकी सर्कुलेटिंग एरिया में विस्फोटक फेंक कर भाग निकला। एटीएस की टीम ने उसे पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इधर, यात्री हाल से एनएसजी ने एक संदिग्ध वस्तु को अपने कब्जे में ले लिया। इस दौरान पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल एवं एडिशनल सीपी शिवहरि मीणा सहित अन्य आलाधिकारी मौजूद रहे।
प्लेटफार्म एक से ट्रेनों का परिचालन रोका
मॉक एक्सरसाइज के दौरान प्लेटफार्म नंबर एक से ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया था। सुबह आठ बजे से दस बजे तक यह रोक प्रभावी रहा। इस अवधि में स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और विभूति एक्सप्रेस सहित तीन ट्रेनें प्लेटफार्म नंबर एक के बजाय दूसरे प्लेटफार्मों पर ली गई। इसके अलावा आरपीएफ,जीआरपी और रेलकर्मियों ने सुरक्षा कॉरिडोर (सुरक्षा गलियारा) बनाकर यात्रियों को परिसर से बाहर निकाला। सुरक्षा की दृष्टि से मुख्य भवन में लगी स्वचालित सीढ़ी को भी बंद कर दिया गया था।
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