ब्राह्मण बेटियों पर अभद्र टिप्पणी करने वाले IAS संतोष वर्मा को एमपी सरकार का नोटिस, 7 दिन में मांगा जवाब
मध्य प्रदेश के आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा ने ब्राह्मण बेटियों पर अभद्र टिप्पणी की, जिसके बाद उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उनकी टिप्पणी से प्रदेश भर में आक्रोश है और कई संगठनों ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद विभाग ने उन्हें नोटिस जारी किया और सात दिनों में जवाब मांगा है।

IAS संतोष वर्मा को एमपी सरकार का नोटिस (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के आइएएस अधिकारी और अनुसूचित जाति-जनजाति अधिकारी एवं कर्मचारी संघ (अजाक्स) के अध्यक्ष संतोष वर्मा ने बीते दिनों ब्राम्हण बेटियों को लेकर अभद्र टिप्पणी की। इसके बाद से संतोष वर्मा को लेकर आक्रोश जारी है। इस बीच मोहन सरकार ने गंभीरता से लेते हुए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने इसे सिविल सेवा आचरण नियमावली का उल्लंघन माना है। उनसे सात दिनों में जवाब मांगा गया है।
बता दें कि वर्मा ने रविवार को अजाक्स के प्रांतीय अधिवेशन में यह कहा था कि आरक्षण समाप्त हो जाएगा, अगर ब्राह्मण अपनी बेटी दान करें। उनकी इस असभ्य, अमर्यादित टिप्पणी को लेकर प्रदेश भर में उबाल है। कई संगठनों ने अलग-अलग स्थानों पर प्रदर्शन कर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए थानों में आवेदन पत्र दिया है। इस बीच मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके बाद विभाग ने बुधवार देर रात वर्मा को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
क्रीमीलेयर को खारिज करते हुए जुबान पर काबू खो बैठे
वह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, जिसमें आईएएस संतोष वर्मा आपत्तिजनक बयान देते नजर आ रहे हैं। इसमें वह क्रीमीलेयर के सुझाव को खारिज करते-करते अपनी जुबान पर काबू खो बैठे और सीधे ब्राह्मण समाज की बेटियों पर असभ्य टिप्पणी कर बैठे।
बवाल मचा है तो अब सामाजिक समरसता का तर्क दे रहे हैं, लेकिन ब्राह्मण समाज के लोगों का कहना है कि आरक्षण की मांग अपनी जगह है पर किसी जाति विशेष और उसकी बेटियों को अपमानित करना बिल्कुल भी उचित नहीं, इसलिए वर्मा को माफी भी नहीं दी जाएगी।

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